देहरादून: 2022 विधानसभा चुनाव आचार संहिता जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह में लग सकती है। ऐसे में राजनीतिक दल किसी तरह की कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते। आचार संहिता से पहले ही रैलियां और प्रचार को जोर दिया जा रहा है। भाजपा हा या फिर काग्रेस या अन्य राजनीतिक दल। सभी ने चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा चुनाव प्रचार में फिलहाल सबसे आगे नजर आ रही है। विजय संकल्प यात्रा के बहाने अपने स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार दिया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन माह में उत्तराखंड के तीन दौरे कर चुके हैं। उनका एक दौरा 30 दिसंबर के लिए हल्द्वानी में प्रस्तावित है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, अनुराग ठाकुर, किरण रिजिजू, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अन्य नेताओं के भी दौरे तय हो चुके हैं। बड़े नेताओं के सहारे भाजपा अपने लिए माहौल बनाने में जुटी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक समेत सरकार के मंत्रियों और पूर्व मुख्यमंत्रियों की जनसभाएं भी तय की जा रही हैं। आचार संहिता से पहले ही इन सभावांें को कराने की योजना है।
गृह मंत्री अमित शाह एक जनवरी को देहरादून महानगर क्षेत्र में विजय संकल्प यात्रा के तहत रोड शो में शामिल होंगे। इसी दिन उनका सहसपुर क्षेत्र में सभा को संबोधित करने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। दो जनवरी को हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ भी विकासनगर क्षेत्र में रैली कर सकते हैं। इसके अलावा छह जनवरी को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी उत्तरकाशी में विजय संकल्प यात्रा में शामिल होंगे। सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर का यमकेश्वर क्षेत्र, 24 दिसंबर को कैलाश विजयवर्गीय का श्रीनगर और 28 दिसंबर को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का ऋषिकेश में विजय संकल्प यात्रा में भाग लेने का कार्यक्रम है।
विजय संकल्प यात्रा के दौरान अलग-अलग स्थानों पर होने वाली सभाओं के लिए भाजपा ने चार पूर्व मुख्यमंत्रियों की ड्यूटी भी लगाई है। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, विजय बहुगुणा, त्रिवेंद्र सिंह रावत व तीरथ सिंह रावत शामिल हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का 26 दिसंबर को देहरादून का दौरा प्रस्तावित है। इस दौरान वह चुनाव प्रबंधन समिति के साथ ही पार्टी के प्रांतीय पदाधिकारियों की बैठक लेंगे। वह चुनावी तैयारियों को परखने के साथ ही आवश्यक टिप्स भी देंगे।