रामनगर : विधानसभा चुनाव 2022 के लिए कांग्रेस प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. जिसके बाद बगावत भी शुरू हो गई है। 11 प्रत्याशियों की लिस्ट में पूर्व सीएम हरीश रावत को रामनगर से टिकट दिया गया है तो वहीं टिकट की आस लिए बैठे कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत रावत का नाम कट गया है जिससे उनमे और उनके समर्थकों में रोष है। कभी जय वीरु के नाम से जाने जाने वाले हरीश रावत और रंजीत रावत के रिश्तों में खटास आ गई है।
अब भले ही कैमरे के सामने रंजीत रावत अपना दर्द छुपा लें लेकिन वो सबके सामने आ ही गया है। फोन कर पूछने पर रणजीत रावत ने हरीश रावत से नाराजगी की बात को नकारा लेकिन सोशल मीडिया पर गुस्से को देखकर साफ समझा जा सकता है कि रंजीत रावत औऱ उनके समर्थक कितने नाराज हैं। टिकट ना मिलने से नाराज रणजीत ने पार्टी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि रामनगर से हरीश रावत को चुनावी मैदान में उतारने के बाद रणजीत रावत निर्दलीय ही चुनाव लड़ सकते हैं। पूर्व सीएम हरीश ने रणजीत को मनाते हुए कहा कि वह मेरे छोटे भाई की तरह हैं। पार्टी ने जरूर उनके लिए कुछ बेहतर सोचा होगा। आपको बता दें कि रामनगर सीट से सबसे बड़े दावेदार रणजीत सिंह रावत को सल्ट सीट से चुनाव लड़ने की बात कही जा रही है। कहा जा रहा है कि रणजीत को सल्ट से चुनाव लड़ने के लिए मनाया जा रहा है।
आपको बता दें कि सल्ट समेत हरिद्वार ग्रामीण, चौबट्टाखाल समेत छह सीटों को फिलहाल होल्ड रखा गया है। चर्चा है कि रामनगर से हटाए गए रणजीत रावत को सल्ट और हाजी तस्लीम को हरिद्वार ग्रामीण से टिकट मिलने की उम्मीद की जा रही है।