सपा चीफ अखिलेश यादव ने माता प्रसाद पांडेय को नेता प्रतिपक्ष बनाया है। ये नाम काफी चौंकाने वाला है। माना जा रहा है कि अखिलेश ने पीडीए के बाद ब्राह्राण कार्ड खेला है। इससे पहले शिवपाल, इंद्रजीत सरोज और तूफानी सरोज का नाम नेता प्रतिपक्ष के तौर पर चल रहा था। लेकिन करीब तीन घंटे के मंथन के बाद अखिलेश ने माता प्रसाद के नाम का ऐलान कर सबको चौंका दिया है।
आठ बार से विधायक हैं माता प्रसाद
बता दें कि माता प्रसाद आठ बार से विधायक हैं। उनको शिवपाल यादव का करीबी माना जाता है। माता प्रसाद दो बार विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्हें विधानसभा चलाने का लंबा अनुभव है। माता प्रसाद की उम्र 81 साल है।
1980 में जीता था पहला चुनाव
माता प्रसाद ने पहला चुनाव साल 1980 में जनता पार्टी से जीता था। 1995 के चुनाव में लोकदल से उन्होनें जीत हासिल की। 1989 के चुनाव में जनता दल से जीते। 1991 व 1996 के चुनाव में पराजय का सामना उन्हें करना पड़ा। दोनों चुनाव में वह तीसरे स्थान पर रहे। इसके बाद 2022 के चुनाव में सपा प्रत्याशी के रुप में उन्होनें एक बार फिर जीत हासिल की। 2012 व 2007 के चुनाव में सपा के ही चुनाव चिन्ह से वे सदन में पहुंचे थे। हालांकि 2017 के विधानसभा चुनाव में वह बीजेपी उम्मदीवार डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी से चुनाव हार गए थे और तीसरे नंबर पर आए थे।