बीते दिनों बुलंदशहर में हुए हादसे में पीएसी के दो जवानों की मौत हो गई थी जिसमे मसूरी इंद्रगढी अंबेडकर नगर कॉलोनी निवासी प्रवीण भी शामिल थे। बीते दिन प्रवीण का पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो घर में कोहराम मच गया। चीख पुकार मच गई। पीएसी जवान के पिता फफक कर अधिकारियों के सामने रोने लगे। प्रवीण के पिता बेटे की बात को याद करते हुए फफक फफक कर अधिकारियों के सामने रोने लगे। प्रवीण के पिता ने बताया कि 2 दिन पहले उससे बात हुई थी। तब उसने कहा था कि पापा ठंड बहुत हो रही है, अपना ख्याल रखा करो। बेवजह घर से बाहर निकलने की जरूरत नहीं है। महिलाएं में चीख पुकार मच गई। आस पड़ोस के लोगों ने घर की महिलाओं को ढांढस बंधाया.
पिता बोले- उन्हें क्या पता था कि अगली बार प्रवीण नहीं, बल्कि उसका शव घर आएगा
बता दें कि पीएसी के सिपाही प्रवीण का शव मंगलवार दोपहर घर पहुंचा तो कोहराम मच गया। अधिकारियों ने प्रवीण के पार्थिव शरीर को कंधा दिया। जनसैलाब उमड़ा। उससे पहले प्रवीण को अधिकारियों कर्मचारियों ने सलामी दी। माता पिता फफक फफक कर अधिकारियों के सामने रोने लगे। प्रवीण के पिता ने बताया कि एक हफ्ते पहले ही प्रवीण कुछ देर के लिए घर आया था और चला गया था। पिता ने कहा कि उन्हें क्या पता था कि अगली बार प्रवीण नहीं, बल्कि उसका शव घर आएगा। वहीं राजकीय सम्मान के साथ प्रवीण का अंतिम संस्कार किया गया।
2018 में हुए थे भर्ती
मिली जानकारी के अनुसार प्रवीण चार भाई और एक बहन में चौथे नंबर के थे जो की 2018 में पीएसी में भर्ती हुए थे। वह 38वीं वाहिनी पीएसी की एफ-कंपनी में तैनात थे और वर्तमान में किसान आंदोलन के चलते सिकंदराबाद, बुलंदशहर में हाईवे स्थित चार नंबर कट पर उनकी ड्यूटी थी। कई जवान टैंट में सो रहे थे। इस दौरान एक डंपर उनके टैंट में जा घुसा जिसमे प्रवीण समेत दो जवानों प्रवीन (25) और प्रवीण (24)की मौत हो गई। वहीं कई जवान घायल हो गए थे। हादसे के दौरान कई जवान सो रहे थे तो वहीं कइयों ने भागकर अपनी जान बचाई थी।