उधमसिंह नगर से हैरान कर देने वाला सामने आया है। एक परिवार ने अपने बेटे को मृत समझकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। लेकिन कुछ दिन बाद जब उस व्यक्ति के परिजनों ने अपने बेटे को वीडियो कॉल में जिंदा देखा तो उनके होश उड़ गए। यह घटना इनदिनों क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
बेटे को मृत समझ किया अंतिम संस्कार
खटीमा के श्रीपुर बिचवा गांव में नवीन चंद्र (42) पुत्र धर्मानंद भट्ट पिछले डेढ़ साल से लापता था। शराब की लत के कारण उसकी पत्नी ओर बच्चे उससे अलग रहते थे। पिछले दिनों पहले रुद्रपुर से सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी रेफर एक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक युवक की जेब से नवीन की फोटो और हेल्थ चेकअप का फार्म मिला।
परिजनों ने की थी बेटे की शिनाख्त
मृतक का चेहरा भी नवीन से मिलता जुलता था। जिस कारण नवीन के परिजनों ने उसकी शिनाख्त की। परिजनों ने 26 नवंबर को मृतक का अंतिम संस्कार कर दिया। इस दौरान घर में बेटे की मौत का पाटम पसरा हुआ था। इस बीच मृतक के बड़े भाई कैशव को उसके परिचित ने बताया कि उसने नवीन को रुद्रपुर में देखा है। परिजनों ने युवक की बात को मजाक समझकर ध्यान नहीं दिया।
वीडियो कॉल में जिंदा देख उड़े परिजनों के होश
मृतक के भाई के परिचित ने परिजनों को विश्वास दिलाने के लिए नवीन से वीडियो कॉल में उसके परिजनों की बात करवा दी। नवीन को वीडियो कॉल में जिंदा देख परिजनों के होश उड़ गए। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी और उसे लेने के लिए रुद्रपुर रवाना हुए। फिलहाल नवीन के परिजन उसे ढूंढ़कर घर ला गए हैं।