बिहार में एक शख्स के खाते में साढ़े पांच लाख रुपए आ गए. वह शख्स यह सोचकर खुश हो गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसके खाते में साढ़े पांच लाख रुपये भेजे हैं. इसके बाद उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा है और उसने खुशी में सारे रुपए खर्च कर दिए, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और उसके जेल जाने की नौबत आ गई है.
दरअसल ये अजीबो-गरीब मामला सामने आया है खगड़िया जिले में. यहां के एक बैंक उपभोक्ता रंजीत दास के खाते में अचानक साढ़े पांच लाख रुपये आ गए. बैंक उपभोक्ता को लगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसके खाते में साढ़े पांच लाख रुपये भेजे हैं. उन्होंने कहा कि पीएम ने वादा किया था कि सभी के खाते में रुपये भेजे जाएंगे. यह सोचकर वो काफी खुश भी हुए और उन्होंने रुपये निकालकर खर्च भी कर दिए. लेकिन बाद में मामला कुछ और निकला.
जानकारी के अनुसार, बैंक ने भूल से रंजीत दास के खाते में साढ़े पांच लाख रुपये भेज दिए थे. बैंक को जब अपनी भूल का आभास हुआ, तो खाताधारी से साढ़े पांच लाख वापस करने को कहा. मगर खाताधारी ने इस खुशी में सारे पैसे खर्च कर दिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें साढ़े पांच लाख की रकम भेजी है, जिसके बाद उसने कहा कि वो पैसे वापस नहीं करेंगे. बैंक द्वारा कई बार वापसी को लेकर नोटिस दिया गया. बावजूद जब राशि वापस नहीं की गई, तो बैंक द्वारा केस दर्ज कराया गया.
इसके बाद मानसी पुलिस द्वारा रंजीत दास को गिरफ्तार कर लिया गया. वह समीप के बख्तियारपुर गांव का रहने वाला है. मानसी थानाध्यक्ष दीपक कुमार ने बताया कि ग्रामीण बैंक द्वारा केस दर्ज कराया गया था. गिरफ्तार कर रंजीत को जेल भेजने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है. मामले में आरोपी के गांव वालों ने बताया है कि जब रंजीत दास के खाते में पैसे आए थे. तब लोगों ने उन्हें इसकी सूचना बैंक को देने के लिए कही थी. गांव के कुछ लोगों ने उसे बताया था कि ये पैसे बैंक की गलती से उसके खाते में आ गए होंगे.