देहरादून : भाजपा समेत कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर मंथन चल रहा है। बीते दिन भाजपा प्रदेश कार्यालय में कोर ग्रुप की बैठक हुई जिसमे कई मुद्दों पर चर्चा की गई लेकिन चर्चा का एक और विषय अंदर और बार चर्चाओं में रहा वो हैं हरक सिंह रावत, जी हां हरक सिंह रावत बैठक से नदारद दिखे. फोन करने पर हरक सिंह रावत ने जानकारी दी कि वो दिल्ली में है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उन्हें किसी नेता ने फोन नहीं किया औऱ ना ही कोई बैठक की जानकारी दी। अब इसमे कितनी सच्चाई है वो तो हरक सिंह औऱ पार्टी ही जाने।
लेकिन खबर है कि हरक सिंह रावत एक बार फिर से नाराज हो गए हैं। वो भी पुत्रवधू के चक्कर में। सूत्रों के हवाले से खबर है कि पार्टी नेतृत्व ने लैंसडौन सीट से उनकी पुत्रवधू को टिकट दिए जाने के मामले में कोई ठोस आश्वासन नहीं दिए जाने पर वो नाराज हैं और इसलिए हरक सिंह रावत बैठक में शामिल नहीं हुए। फोन पर बातचीत में हरक सिंह ने कहा कि उन्हें बैठक की सूचना नहीं मिल पाई थी, जिस कारण वह इसमें शामिल नहीं हो पाए।
पहले मेडिकल कॉलेज के मुद्दे को लेकर और फिर दिलीप सिंह रावत के साथ जुबानी जंग को लेकर हरक सिंह रावत चर्चाओं में रहे। दिलीप सिंह रावत ने बीते दिन इशारों ही इशारों में हरक सिंह पर तंज कसा था। कहा कि उनकी पार्टी भी एक है और विधानसभा सीट बी और पत्नी भी एक ही है लेकिन औरों के पास बहुत विकल्प हो सकते हैं। हरक सिंह रावत के केदारनाथ से चुनाव लड़ने की खबर है। कहीं ऐसा तो नहीं केदारनाथ जाकर हरक कोटद्वार या लैंसडाउन से अपनी बहू के लिए टिकट की मांग पार्टी से किए हों लेकिन पार्टी इसके खिलाफ हो।
जल्द भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों के नामों का ऐलान करेगी देखने वाली बात होगी किआखिर नाम के ऐलान से कौन खुश और कौन नाखुश होता है?