नई दिल्ली। सोमवार को यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के कांग्रेस में शामिल होने से पहले कई कयास लगाए जा रहे थे। खबरें उड़ी की भाजपा के एक मंत्री समेत दो विधायक कांग्रेस का दामन थामने वाले हैं। इन दो विधायकों में एक नाम रायपुर से विधायक उमेश काऊ का बताया जा रहा था लेकिन जब नाम का ऐलान हुआ था तो साफ हो गया कि उमेश काऊ भाजपा में ही रहेंगे। भाजपा ने राहत की सांस ली और कांग्रेस खुश तो हुई लेकिन अगर दो विधायक उनके साथ आते तो ज्यादा खुशी होती।
तीन भाजपाई राहुल गांधी से गए थे मिलने
सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीते दिन राहुल गांधी के 12 तुगलक लेन स्थित आवास में यशपाल आर्य, विधायक उमेश शर्मा काऊ और विधायक संजीव आर्य भी मौजूद थे। तीनों राहुल गांधी से मुलाकात का इंतजार कर रहे थे। मुलाकात के बाद तीनों को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कराई जानी थी लेकि फिर ऐसा हुआ कि तीन की जगह दो ही दिखे। ब ता दें कि महासचिव वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, प्रभारी देवेंद्र यादव, दीपिका सिंह, नेता प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, हरीश रावत, प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष रंजीत रावत भी मौजूद। सभी वापसी कार्यक्रम की तैयारी में बिजी थे।
उमेश काऊ को आया किसका फोन?
सूत्रों के हवाले से खबर है कि विधायक उमेश शर्मा को किसी का फोन आया। शायद उनका मन बदला गया। खबर है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी से उनकी बात होती है। दोनों से बात करने के बाद विधायक उमेश शर्मा टॉयलेट जाने के बहाने से बाहर निकलते हैं और फिर वापस नहीं लौटते। हर कोई उनकी राह ताकता रह गया लेकिन वो ओझल हो गए।
फोन आते ही रफ्फू चक्कर हुए काऊ
वहीं दूसरी ओर इंतजार में अंदर बैठे कांग्रेस नेताओं को उमेश काऊ के हाथ से निकल जाने का एहसास हो जाता है। क्योंकि उनके फोन की घंटी बजती है और वो गायब हो जाते हैं। ऐसे में समझना काफी आसान थआ। सूत्रों के हवाले से खबर है कि सभी उमेश काऊ को फोन लगाते हैं लेकिन कोई जवाब नहीं मिलता। इसी वजह से वापसी सुबह 11 बजे होने वाला कार्यक्रम लगभग 30 मिनट देरी से शुरू हो पाया। उमेश काऊ दिखे नहीं इसलिए सिर्फ दो के ही नाम का ऐलान हुआ।
कहा जा रहा है कि राहुल गांधी और घर वापसी कर रहे भाजपा नेताओं की मुलाकात में थोड़ी देरी हो गई और इस बीच भाजपा नेताओं को काऊ से सम्पर्क करने का मौका मिल गया।सूत्रों का कहना है कि भाजपा नेताओं ने विधायक उमेश शर्मा को यशपाल की खाली हुई मंत्री की कुर्सी देने का भरोसा दिया। और मंत्री बनने के चक्कर में कांग्रेस की दहलीज पर पहुंचे उमेश काऊ के पैर वापस मुड़ गए। लेकिन कांग्रेस का दावा है कि उमेश काऊ कांग्रेस का दामन थामेंगे। ये देखने वाली बात होगी कि ये बात कितनी सच है।