रुद्रपुर : गणतंत्र दिवस के दिन जहां किसान दिल्ली में डटे थे तो दूसरी तरफ क्षेत्र की तमाम महिलाओं ने किसान बिल के विरोध में रैली निकालकर केंद्र सरकार एवं किसान बिल के विरोध में जमकर नारेबाजी की। वहीं हिंसा के बाद दो संगठनों ने आंदोलन से अपना हाथ खींचा जिसके बाद भाकियू की कमान संभाल रहे राकेश टिकैत के आंखों से आंसूओं का सैलाब उमड़ा ये देख एक बार फिर से गाजीपुर और सिंघू बॉर्डर पर किसान आंदोलन के लिए उमड़ने लगे हैं। वहीं बात करें उत्तराखंड की तो उत्तराखंड के रुद्रपुर में महिलाएं भी किसान के समर्थन में सड़कों पर उतरी। एक बड़ा महिलाओं का जत्था सड़क पर उत्तरा। इस दौरान बुजुर्ग से लेकर बच्चे भी रैली में शामिल हुए। साथ ही महिलाओं ने मृतक किसान नवनीत सिंह अमर रहे अमर रहे के भी नारे लगाे और नवनीत को श्रद्धांजलि भी दी।
बता दें कि शुक्रवार को रुद्रपुर क्षेत्र की तमाम महिलाएं एकत्र हुईं और हाथ में बैनर लेकर रैली निकाली। बाद में सभी ने किसान बिल के विरोध में और किसान आंदोलन के समर्थन में विशाल रैली निकाली। महिलाओं नेे जोर जोर से जय जवान जय किसान के नारेबाजी की। महिलाओं में जोश देखने को मिला। महिलाओं ने केंद्र सरकार और किसान बिल के विरोध में जमकर नारेबाजी की। साथ ही महिलाओं ने राकेश टिकैत जिंदाबाद के नारे भी लगाए। महिलाओं ने हिंदू मुस्लिम सिख ईसारे हम सब भाई-भाई के नारे भी लगाए। एक बड़ी रैली महिलाओं की रुद्रपुर में निकाली गई है। हाथों में किसान आंदोलन का झंडा लिए और बैनर लिए महिलाएं सड़कों पर उतरी।