सेंथिल बालाजी ने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग केस में 8 महीने पहले गिरफ्तार किया गया था। बालाजी ने तमिलनाडु के राज्यपाल को अपना इस्तीफा भेजा है। इससे पहले तमिलनाडु की एक सत्र अदालत ने बुधवार को मंत्री बालाजी की रिमांड 15 फरवती तक बढ़ा दी थी। अभियोजन पक्ष ने सेंथिल बालाजी को यहां केंद्रीय कारागार से वीडियो- कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रधान सत्र न्यायधीश की अदालत में पेश किया था।
सेंथिल बालाजी ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि काफी समय से वह कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे और उन्हें कोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिली है। बता दें कि उनका इस्तीफा मद्रास हाई कोर्ट के द्वारा उनकी जमानत याचिका की समीक्षा किए जाने से कुछ दिन पहले ही आया है।
किस मामले में हुई थी गिरफ्तारी?
बता दें कि मंत्री बालाजी की गिरफ्तारी नौकरी के बदले घोटाले के मामले में की गई थी। यह घोटाला 2011 से 2015 तक तमिलनाडु की तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में परिवहन मंत्री के रुप में उनके कार्यकाल के दौरान हुआ था।