जानकारी मिली है कि मंगलवार को दोनों पति पत्नी घर बनाने के लिए घौरागाड़ नामक स्थान पर मिट्टी खोद रहे थे। इसी दौरान मिट्टी का टीला उनके ऊपर आ गिरा और दोनों मिट्टी के नीचे दब गए। इसकी जानकारी तब लगी जब दोनों शाम 5 बजे तक घर नहीं पहुंचे। परिवार वालों ने दोनों की तलाश शुरु की तो देखा की मिट्टी के पास मिट्टी खोदने के औजार पड़े हैं जिससे लोगों को नीचे किसी के दबने का शक हुआ। इसकी जानकारी पुलिस और तहसील प्रशासन को दी गई। मौके पर टीमें पहुंची। कपकोट से नायब तहसीलदार पूजा शर्मा, रेगूलर, राजस्व पुलिस कर्मी और एसडीआरएफ की टीम मौके के लिए रवाना हुई।
वहीं कड़ी मशक्कत के बाद रात करीब 1 बजे दोनों के शव मिट्टी से निकाले गए। पुलिस ने शवों का रेस्क्यू कर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेजा और फिर शवों को परिजनों को सौंपा। जानकारी मिली है कि मृतक युवक देवेंद्र सिंह मुंबई में नौकरी करता था और लॉकडाउन के बाद वह मुंबई से घर लौटा था। जानकारी मिली है कि देवेंद्र के दो बच्चे हैं। एक 9 साल का लड़का और 2 साल की बेटी है। दोनों बच्चे अनाथ हो गए। मृतकों के परिजनों ने सरकार और प्रशासन से मृतकों के बच्चे के भरण पोषण की व्यवस्था करने की मांग की है।