रूड़की: जहाँ एक तरफ़ कोरोना काल के चलते तमाम कारोबार ठप पड़े है तो वहीं लोगों को घर चलाना भी मुश्किल हो रहा है। ऐसे में अगर किसी को वेतन भी आधा मिले तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि परिवार के पालन पोषण में कितने दिक्क़तें आ रही होंगी। कुछ ऐसा ही मामला रुड़की के जाने माने कॉलेज सेवेंथ डे के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का सामने आया है। जिन्हें कॉलेज प्रबंधन अपनी हठधर्मी के चलते एक तो आधी सैलरी दे रहा है और ऊपर से इन गरीब मजबूर लोगों को डराने धमकाने का काम कर रहा है।
तस्वीरों में आप साफ देख सकते हैं कि जब इन कर्मचारियों ने कॉलेज अधिकारियों से अपनी सैलरी के बारे में जानकारी लेनी चाही तो किस तरह से इन कर्मचारियों को धमकाया जा रहा है। यह कोई और नहीं बल्कि इस जाने माने कॉलेज के प्रिंसिपल साहब हैं।
दरअसल पिछले 13 महीने से इन चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को प्रिंसिपल आधी ही सैलरी दे रहे हैं। कर्मचारियों का कहना है कि प्रिंसिपल उन्हें पिछले 13 महीनों से यह कहते आ रहे हैं कि आप फिलहाल आधी ही सैलरी ले लो बाकी की बाद में दे दी जाएगी लेकिन यह कर्मचारी प्रबंधन की इस बात से संतुष्ट नही है। उनका कहना है कि कोरोना के इस दौर में उनको घर चलाना भी दुश्वार हो चुका है लेकिन प्रबंधन उनकी एक नहीं सुन रहा। उल्टे उनको ही धमकी देते हैं कि छुट्टी लेकर घर बैठें। कर्मचारियों ने मीडिया के सामने अपना दुख जाहिर करते हुए प्रबंधन तंत्र पर सवाल खड़े किए हैं।