Republic Day 2024: भारत अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। देश में सभी जगहों पर विशेष कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। देशभक्ति लोगों के दिलों में हिलोरे मार रही है। वैसे क्या आप जानते हैं कि हमारे दिलों में देशभक्ति का ये समंदर भरने का काम बालीवुड वाली फिल्मों ने भी खूब किया है।
तो चलिए हम आज आपको बॉलीवुड की कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में बताते हैं जिन्हे देखते, जिनके गाने सुनते ये देश बड़ा हुआ और आज भी आपके आसपास बजने वाले डीजे पर ये गाने आपको जोश से भर देते हैं।
हकीकत Haqeeqat (1964)
चेतन आनंद की फिल्म हकीकत जवाहरलाल नेहरु के समय हुए भारत-चीन युद्ध को दर्शाती है। इस फिल्म को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था। भारत और चीन के युद्ध की पृष्ठभूमि पर बनी ये फिल्म जब पूरी हुई थी तब तक पंडित जवाहर लाल नेहरू का निधन हो चुका था।
इस फिल्म में नेहरू की अंतिम यात्रा के दृश्यों को भी आखिरी में जोड़ा गया था। फिल्म हकीकत में कुछ रियल सीन्स यानी वास्तविक दृष्यों को भी जोड़ा गया है। युद्ध से दो साल पहले चीन के प्रधानमंत्री झाऊ एन्लाई का भारत में स्वागत और भारत चीनी भाई भाई के नारे लगाते लोगों के वास्तविक फुटेज इस फिल्म में प्रयोग किए गए।इस फिल्म का एक गाना है जिसके बोल हैं “अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों” ये गीत आज भी लोगों की जुबान पर है और आज भी उतना ही ताजा लगता है।
क्रांति Kranti (1981)
साल 1981 में रिलीज़ हुई फिल्म क्रांति ने बॉक्स ऑफिस पर भी क्रांति ला दी थी। फिल्म में दिलीप कुमार, मनोज कुमार, शशि कपूर, शत्रुघ्न सिन्हा, हेमा मालिनी और परवीन बाबी जैसे बेहतरीन कलाकारों ने अभिनय किया है। मनोज कुमार के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में आज़ादी के लिए दीवानापन, अंग्रेजों के ज़ुल्म और बेबसी से भरे सीन्स हैं जो लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना जगाते हैं।
फिल्म के गाने ‘क्रांति’ और ‘अब के बरस’ ऐसे गाने हैं, जो आज भी सुनने वालों के दिलों में जोश भर देते हैं। 1980 में आई ये फिल्म उस समय की न सिर्फ सबसे महँगी फ़िल्म थी, बल्कि सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म भी बनी। लोगों ने इस फिल्म को इतना पसंद किया कि ये फिल्म सिनेमाघरों में 67 हफ़्तों यानी डेढ़ साल तक लगातार चली।
रंग दे बसंती Rang De Basanti(2006)
साल 2006 में आई फिल्म रंग दे बसंती एक ऐसी फिल्म थी, जिसने ना सिर्फ लोगों का मनोरंजन किया बल्कि युवाओं की सोच को भी बदला। इस फिल्म को राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने डायरेक्ट किया था। इस फिल्म में आमिर खान, आर. माधवन, सिद्धार्थ, अतुल कुलकर्णी, सोहा अली खान, शरमन जोशी, कुणाल कपूर और ब्रिटिश एक्ट्रेस एलिस पैटन लीड रोल में है।
फिल्म ऐसे युवाओं की कहानी को दर्शाती है कि जो वक्त आने पर देश के लिये अपनी जान देने से भी पीछे नहीं हटते। इस फिल्म की स्क्रिप्ट और उसका पर्दे पर पिक्चराईजेशन बेहद खूबसूरती के साथ किया गया है।
कॉलेज गोइंग लड़के वक्त और जरूरत के हिसाब से कैसे देश के लिए कुर्बान होने से भी नहीं कतराते इसे बेहद संजीदगी के साथ पर्दे पर उतारा गया। कब आप मस्ती करने वाले दोस्तों को आजाद और भगत सिंह के रूप में महसूस करने लगते हैं आपको पता ही नहीं चलता। इस फिल्म का टाइटल सांग “मोहे रंग दे तू बसंती” आज भी लोगों के दिलों में है।
बॉर्डर Border (1997)
साल 1997 में एक ऐसी फिल्म आई जिसने आते ही बॉक्स ऑफिस पर हंगामा मचा दिया। फिल्म का नाम था ‘बॉर्डर’। ये फिल्म 1971 में हुए भारत-पाक युद्ध पर बेस्ड है। जेपी दत्ता की इस फिल्म में सनी देओल, जैकी श्रॉफ, सुनील शेट्टी और अक्षय खन्ना लीड रोल में थे।
सच्ची घटना पर आधारित इस फिल्म को दर्शकों का भरपूर प्यार मिला था। देशभक्ति से लबरेज ये फिल्म आज भी लोगों की पहली पसंद बनी हुई है। इस फिल्म के गाने काफी भावुक कर देने वाले है। फिल्म का गाना, “संदेशे आते हैं”, आज भी सुनने वालों की आखें नम कर देता है।
शहीद Shaheed (1965 )
भगत सिंह का देश के लिए बलिदान शायद ही कोई भूल सकता है। उन्हीं के जीवन पर बनी एक फिल्म शहीद भी है। 1965 में बनी ये देशभक्ति की सर्वश्रेष्ठ फिल्म है। भगत सिंह के साथी बटुकेश्वर दत्त की कहानी पर आधारित इस फिल्म की पटकथा पण्डित दीनदयाल शर्मा ने लिखी थी।
जिस साल ये फ़िल्म रिलीज़ हुई थी उसी साल बटुकेश्वर दत्त का निधन हो गया। जिसके चलते कहानी और पटकथा लेखन का अवार्ड दीनदयाल शर्मा ने अकेले ही लिया था। मनोज कुमार ने इस फिल्म में भगत सिंह का किरदार निभाया था। इस फ़िल्म का गाना ‘मेरा रंग दे बसंती चोला’ आज भी लोगों की ज़ुबान पर है।