भारतीय छात्रों को कनाडा में राहत मिली है। कनाडा सरकार ने छात्रों के निर्वासन पर रोक लगा दी, इस फैसले की सराहना की जा रही है। बता दें कि इन भारतीय छात्रों पर कथित तौर पर शैक्षणिक संस्थानों में फर्जी प्रवेश पत्र जमा करने का आरोप है।
विदेश मंत्री ने की बातचीत
बता दें कि पिछले हफ्ते विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडाई समकक्षों के साथ इस मामले को लेकर बातचीत की थी। वहीं अब कुछ छात्रों को हाल ही में उनके निर्वासन नोटिस पर रोक के आदेश मिले हैं। भारत सरकार के लगातार प्रयासों ने कनाडा सरकार को मानवीय दृष्टिकोण अपनाने और छात्रों के दृष्टिकोण को अपनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होनें कहा था कि छात्रों ने नेक नीयत से पढ़ाई की। उन्हें दंडित करना अनुचित है। अगर उन्हें गुमराह करने वाले लोग हैं तो दोषी पक्षों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
कनाडाई सांसदों ने भी किया छात्रों का समर्थन
बता दें कि विभिन्न राजनीतिक दलों के कनाडाई सांसदों ने भी छात्रों के समर्थन में बात की है। आव्रजन मंत्री सीन फ्रेज़ियर ने संकेत दिया कि कनाडा अंतरराष्ट्रीय छात्रों की समस्या को हल करने की कोशिश में लगा हुआ है। वहीं प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी छात्रों के समस्या का समाधान करने पर जोर दिया।