Assembly Elections : उत्तराखंड 2022 की बिसात : इन सीटों पर बागी दिखा रहे दम, बिगाड़ेंगे खेल या काम नहीं आएगी बगावत - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

उत्तराखंड 2022 की बिसात : इन सीटों पर बागी दिखा रहे दम, बिगाड़ेंगे खेल या काम नहीं आएगी बगावत

Reporter Khabar Uttarakhand
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# Uttarakhand Assembly Elections 2022

# Uttarakhand Assembly Elections 2022

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए कल शाम 5 बजे चुनावी प्रचार का शोर थम जाएगा। लिहाज़ा चुनावी दलों के स्टार प्रचारकों का धुआंधार प्रचार जारी है। इस बीच भाजपा कांग्रेस दोनों ही दल कुछ सीटों पर अभी भी बगावत से जूझ रही है। बगावती नेताओं ने दोनों ही दलों की पेशानियों पर बल डाल दिए हैं। चुनाव प्रचार के लिए रण में डटे राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों के लिए अब महज कल शाम तक का वक्त है।

लिहाजा आज प्रदेशभर में भाजपा कांग्रेस समेत तमाम दलों के नेताओं समेत प्रत्याशी जनता का समर्थन जुटाने के लिए पूरे दमखम के साथ मैदान पर डटे हैं। कोई पहाड़ों की पगडंडियों को नाप रहा है, तो कोई जनता के बीच अपने प्रतिद्वंदियों पर जमकर सियासी वार करने में जुटे हैं। इस बीच विधानसभा चुनाव में 13 सीटों पर बागियों ने भाजपा कांग्रेस दोनों ही दलों के सर्द मौसम में पसीने छुड़ाए हुए हैं। दोनों ही दलों को इन सीटों पर बागियों की वजह से जूझना पड़ रहा है और पार्टियों के समीकरण गड़बड़ा से गए है।

सियासी समीकरणों का आंकलन किया जाए तो भाजपा 8 सीटों पर बगावत की चिंगारी से सुलग रही है। भाजपा की जिन 8 सीटों पर बागियों ने समीकरण बिगाड़ रखे हैं। उनमें कोटद्वार में धीरेन्द्र चौहान, डोईवाला में जीतेन्द्र नेगी, धर्मपुर से बीर सिह पंवार, रुद्रपुर से राजकुमार ठुकराल, भीमताल से मनोज शाह, धनोल्टी से महावीर रांगड, घनसाली से दर्शन लाल और लालकुआं सीट से पवन चौहान की वजह से बगावत के सुर बुलंद है।

वहीं, बगावती नेताओं ने कांग्रेस की पेशानी पर भी बल डाल दिए हैं। कांग्रेस भी करीब पांच सीटों पर बगावत झेल रही है. इनमें यमुनोत्री सीट पर संजय डोभाल, रुद्रप्रयाग से मातबर सिंह कंडारी, घनसाली से भीमलाल आर्य, रामनगर से संजय नेगी और लालकुआं सीट से संध्या डालाकोटी बागी उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस के लिए परेशानी बने हुए है।

विधानसभा चुनाव अब नज़दीक हैं। 14 तारीख को मतदान होना है और प्रचार में सिर्फ शनिवार शाम 5 बजे तक का वक्त है। ऐसे में चुनावी रण में उतरे स्टार प्रचार भरसक कोशिशों में हैं कि कैसे वोट बैंक को अपने खेमें में जुटाया जा सके तो दूसरी तरफ अभी भी भाजपा-कांग्रेस की बागियों ने टेंशन बढ़ा रखी है। ऐसे में विधानसभा चुनाव में बागी पार्टियों पर कितना भारी पड़ेंगे ये देखना होगा।

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