मणिपुर के हिंसा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी मणिपुर पहुंचे। यहां उन्होनें बिष्णुपुर जिले के मोइरांग शहर में दो राहत शिविर में लोगों से बातचीत की। इस दौरान वहां के लोगों के चेहरे पर दर्द और मदद की पुकार साफ तौर पर देखी जा रही थी। जानकारी के अनुसार राहुल ने जिन राहत शिविरों का दौरा किया वहां लगभग 1000 लोग निवास करते हैं।
लोगों की पीड़ा सुन दुखी हुए राहुल
राहुल गांधी बिष्णुपुर जिले के मोइरांग शहर में राहत शिविर में लोगों से मिलने पहुंचे। इस दौरान वो काफी दुखी दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि मणिपुर में हिंसा के कारण अपने प्रियजनों और घरों को खोने वाले लोगों की दुर्दशा को देखना और सुनना हृदय छलनी करने जैसा है। कांग्रेस नेता ने कहा कि जिस भी व्यक्ति से मिलता हूं, चाहें वो छोटा बच्चा हो या बड़ा-बूढ़ा, सभी के चेहरे पर मदद की एक पुकार होती है।
मणिपुर में सबसे ज्यादा शांति की जरूरत
राहुल गांधी ने कहा कि मणिपुर में फिलहाल सबसे ज्यादा शांति की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि लोगों के जीवन और आजीविका को सुरक्षित करने के लिए शांति लाना जरूरी है। हम सभी का प्रयास उस लक्ष्य की ओर एकजुट होना चाहिए। बता दें कि राहुल गांधी के साथ मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह, पार्टी महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल, पीसीसी अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र सिंह और पूर्व सांसद अजय कुमार थे।