एक बार फिर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी विवादों में फंस गए हैं। इस बार ये विवाद रेलवे के लोको पायलटों से जुड़ा हुआ है। जानकारी मिल रही है कि जिन लोको पायलट से राहुल गांधी मिले थे और जिन्होनें उनसे शिकायत की थी कि उन्हें बिना आराम दिए खूब काम कराया जा रहा है वो दरअसल लोको पायलट थे ही नहीं बल्कि वो एक्टर्स थे। ये दावा बीजेपी ने किया है। इसके अलावा ये भी कहा जा रहा है कि राहुल गांधी अपने साथ आठ कैमरा मैन भी लेकर आए थे।
कांग्रेस ने सूत्रों का दावा
मीडिया रिपोर्ट में मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस ने सूत्रों ने दावा किया कि 5 जुलाई को राहुल गांधी ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 50 लोको पायलटों से मुलाकात की। कहा गया कि मुलाकात के दौरान लोको पायलटों ने शिकायत की कि कर्मचारियों की कमी की वजह से वो पर्याप्त आराम नहीं कर पा रहे हैं।
वहीं कांग्रेस सूत्र ने कहा, लोको पायलट घर से दूर, लंबी दूरी तक ट्रेन चलाते हैं और अक्सर उन्हें पर्याप्त ब्रेक के बिना ड्यूटी पर लगाया जाता है। इससे बहुत तनाव होता है और एक्रागता मे कमी आती है जो दुर्घटनाओं का एक प्रमुख कारण है।
सामने आए चौंकाने वाले तथ्य
हालांकि अब घटना से जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज वायरल हो रहा है जिसमें राहुल गांधी के साथ कई सारे कैमरामैन नजर आएं हैं। वहीं राजधानी के ट्रेन ड्राइवर का वीडियो भी सामने आया है जिसमें वो दावा कर रहे हैं कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर राहुल गांधी जिन लोको पायलटों के साथ बात कर रहे हैं उनमें से वो किसी को भी नहीं पहचान सके।
उत्तर रेलवे का बयान
वही इस बीच उत्तर भारत के रेलवे चीफ पीआरओ दीपक कुमार ने एएनआई को एक बयान दिया है जिसमें उन्होनें कहा कि राहुल गांधी के साथ सात-आठ कैमरामैन आए थे जो उनका वीडियो बना रहे थे। रील वगैरह बना रहे थे। उन्होनें हमारी क्रू लॉबी देखी और बाहर आकर अपने ही लोगों के साथ कुछ डिस्कशन किया। 7-8 लोगों का क्रू था जो हमारी लॉबी के नहीं थे। लग रहा था कि वो कहीं बाहर से लाए गए थे।