गदरपुर: उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड की सीमा पर बसे अंतिम गांव फतेहपुर पहुंची नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि आज बाबा कश्मीर सिंह को श्रद्धांजलि देने आए हैं। हमारी मांग है कि केंद्र सरकार ऐसे किसानों के बलिदान को देखते हुए तुरंत कृषि बिल वापस ले। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने तीन किसान कानून लाकर किसानों को सड़क ला खड़ा किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा। हम चाहते हैं कि इस समस्या का समाधान निकले और किसान आंदोलन को सही तरीके से किसानों की मांगें मानकर समाप्त किया जाए। देश का अन्नदाता खुशहाल नहीं होगा तो देश भी कभी खुशहाल नहीं रह सकता। कहा कि अब तक 3 दर्जन से अधिक किसान अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं। अगर अब भी केंद्र सरकार किसानों की भावनाओं का सम्मान नहीं करती है तो, उसे सत्ता में बने रहने का कोई हक नहीं है।
उन्होंने कहा कि ग्राम पछियापुर निवासी किसान बाबा कश्मीर सिंह द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन में अपने प्राणों की आहुति देकर क्षेत्र ही नहीं अपितु रामपुर जिले के किसानों की आवाज को केंद्र सरकार के कानों तक पहुंचाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि किसानों को अपने प्राणों की आहुति देनी पड़ रही है। केंद्र सरकार उनकी मांगों को अनसुना कर रही है। देश का अन्नदाता किसान कृषि कानूनों का पुरजोर विरोध कर रहा है।
इंदिरा हृदयेश ने कहा कि भाजपा की सरकार में विकास कार्य ठप हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस संगठन जनता के हितों से जुड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन पर कार्य करते हुए सदस्यता अभियान में तेजी ला रहा है। जनता की छोटी-बड़ी समस्याओं का निराकरण करने में लगा हुआ है। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने का आह्वान किया।