ओडिशा में दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जब अपना भाषण दे रही थी तो अचानक लाइट चली गई और उन्हें अंधेरे में ही अपना भाषण जारी रखना पड़ा। राष्ट्रपति के भाषण के दौरान इस तरह लाइट चले जाने की हर कोई निंदा कर रहा है।
अंधेरे में दिया राष्ट्रपति ने भाषण
महाराजा श्री रामचंद्र भंजदेव विश्वविघायल के 12 वें दीक्षांत समारोह में देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहुंची। इस दौरान जब वे अपना मंच में संबोधन दे रही थी उस दौरान लाइट चली गई। जिसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अंधेरे में ही अपना भाषण जारी रखना पड़ा।
बिजली गुल की हो रही निंदा
बताया जा रहा है कि करीब 9 मिंट तक लाइट गुल रही। इसल दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पूरे सभागार में अंधेरे में ही अपना भाषण देना पड़ा। हर कोई इस बिजली गुल होने की घटना की निंदा कर रहा है।
यूनिवर्सिटी के उप कुलपति ने मांगी माफी
वहीं इस घटना के बाद विश्वविघालय के उपकुलपति संतोष कुमार त्रिपाठी ने संबोधन के दौरान बिजली गुल होने को लेकर माफी मांगी है। उन्होंने कहा- “मैं इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए खुद को दोषी मानता हूं। हम इसके लिए शर्मिंदा हैं। हम निश्चित रूप से घटना की जांच करेंगे और घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राज्य के स्वामित्व वाली औद्योगिक विकास निगम लिमिटेड ने इस आयोजन के लिए जनरेटर की आपूर्ति की थी। हम उनसे इसके बारे में बात करेंगे।”
बिजली की तारों बताई खराबी
वहीं टाटा पावर, नॉर्थ ओडिशा पावर डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड के सीईओ भास्कर सरकार ने बताया कि बिजली की तारों में कुछ खराबी होने की वजह से यह गड़बड़ी हुई थी। जिस कारण संबोधन के दौरान लाइट चली गई।