हरिद्वार में कांवड़ मेला स्थगित होने के बाद भी बाहरी राज्यों से कांविड़ए धर्मनगरी हरिद्वार पहुंचे रहे हैं। बीते दिनों ही पुलिस ने कई कावडियों को हिरासत में लिया था तो हरिद्वार में प्रवेश कर चुके थे। वहीं सोमवार को चार ट्रेनों से हरिद्वार पहुंचे 325 कांविड़यों को शटल बसों और ट्रेनों से वापसी का टिकट कराकर भेजा गया। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर चौकसी रही। बॉर्डर सील है। उत्तराखंड का प्रवेश द्वारा हरिद्वा में ही है जिसमे पुलिस का पहरा है। कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर को देखते हुए कांवड़ मेला स्थगित कर दिया गया है। कांवड़ मेला प्रतिबंधित होने की सूचना बहुत पहले ही अखबारों और टीवी चैनलों के माध्यम से दे दी गई है लेकिन फिर भी कांवड़िए उत्तराखंड में घुसने की कोशिश कर रहे हैं और कई प्रवेश कर भी चुके हैं जिन्हें वापस कराया गया है।
चप्पे चप्पे पर उत्तराखंड पुलिस मुस्तैदी के साथ खड़ी है। ग्रामीण इलाकों से होकर गुजरने वालों पर भी पुलिस नजर बनाए हुए है। पुलिस ने 400 से अधिक वाहनों को वापस लौटाया है जिसके पास आरटीपीसीआऱ निगेटिव रिपोर्ट नहीं थी।वहीं उत्तराखंड के नारसन बॉर्डर से होकर गुजरने वाले प्रत्येक वाहन की सघन चैकिंग की जा रही है। साथ ही उत्तराखंड में उसी व्यक्ति को प्रवेश दिया जा रहा है, जिसके पास कोरोना की निगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट होगी। इसी के साथ कावड़ियों को किसी भी सूरत में उत्तराखंड घुसने नही दिया जाएगा। फिलहाल कावड़ियों को रोकना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है ।
सावन के पहले सोमवार को सुबह से ही नारसन बॉर्डर पर यात्रियों की भीड़ जुटने लगी। पुलिस ने हर वाहन की सघन चेकिंग की। साथ ही बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की कोरोना रिपोर्ट की भी जांच की। रिपोर्ट नहीं होने पर लोगों को बॉर्डर से ही लौटा दिया। नारसन बॉर्डर से शाम सात बजे तक पुलिस ने करीब 300 वाहन लौटाए। वहीं, भगवानपुर के मंडावर और काली नदी चेक पोस्ट पर पुलिस का कड़ा पहरा रहा। यहां से पुलिस ने 126 वाहनों को लौटाया। उधर, कांवड़ मेला अधिकारी हरीश वर्मा ने काली नदी और मंडावर चेक पोस्ट का निरीक्षण किया। उन्होंने सख्ती से चेकिंग करने के निर्देश दिए। इ