उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में स्थित पंतनगर यूनिवर्सिटी में काव्य महोत्सव के दौरान मंच में कविता सुनाते-सुनाते एक कवि की मौत हो गई। घटना रविवार की बताई जा रही है।
काव्य महोत्सव में हार्ट अटैक से मौत
कार्यक्रम में कई कवि अपनी कविता का पाठ कर रहे थे। ये घटना तब हुई जब कवि मंच पर अपनी कविता सुना रहे थे। कविता सुनाते सुनाते ही अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई और वो नीचे गिर गए।
कार्यक्रम में मची अफरा-तफरी
घटना के बाद कार्यक्रम में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। आनन- फानन में उन्हें लोग अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कवि की पहचान सुभाष चतुर्वेदी (68) निवासी पंतनगर के रूप में हुई है।
बता दें राष्ट्रीय स्वयं सुरक्षा अभियान की ओर से रविवार को भारतीय वीर जवानों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। सुभाष चतुर्वेदी अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी को छोड़ गए हैं। उनके दोनों ही बच्चे विवाहित हैं।
कौन हैं सुभाष चतुर्वेदी?
सुभाष चतुर्वेदी को वर्ष 1974 में पंतनगर विवि में सहायक लेखाकार के पद पर नियुक्ति मिली थी। वर्ष 2014 में उन्होंने विवि से सेवानिवृत्त होकर जवाहर नगर में आवास बना लिया था और विवि परिसर में स्टेट बैंक के पीछे बेटे की सेंटर कैंटीन संचालन में हाथ बंटाने लगे।
सुभाष चतुर्वेदी को कविता पाठ का बेहद शौक था जिसके चलते वह विवि परिसर सहित आसपास के कवि सम्मेलनों में भाग लिया करते थे। सुभाष चतुर्वेदी बचपन से ही धार्मिक प्रवृत्ति के रहे हैं। वह राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान जेल भी गए हैं।