पीएम नरेंद्र मोदी ने 10वीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया है। देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने देश से परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण जैसी तीन बुराइयों से लड़ने का आह्वान किया है। पीएम ने कहा है कि 2047 में विकसित भारत का तिरंगा फहराएंगे।
विकास कार्यों को आगे बढ़ाएंगे
77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली में आयोजित कार्यक्र में पीएम मोदी ने कई विषयों और मुद्दों को लेकर अपनी बात देशवासियों के सामने रखी। पीएम ने मणिपुर समेत देश के कई हिस्सों में हुई हिंसा को लेकर भी चिंता व्यक्त की। इसके साथ ही कई राज्यों में आई बाढ़ को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर देशभर में शांति स्थापित करने और विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए काम करेंगी।
प्राकृतिक आपदा को लेकर चिंता
इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के अनेक हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा किए। जिन परिवारों ने इस संकट को सहन किया है मैं उन सभी परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं। राज्य-केंद्र सरकार मिलकर उन सभी संकटों से मुक्त होकर तेजी से विकास की ओर आगे बढ़ेंगी, ये विश्वास दिलाता हूं।
मणिपुर में जल्द लौटेगी शांति
वहीं पीएम ने लाल किले की प्राचीर से मणिपुर को लेकर भी चर्चा की है। पीएम ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों से मणिपुर से शांति की खबरें आ रहीं हैं। पीएम ने कहा कि पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में खासकर मणिपुर में हिंसा बेहद ही चिंताजनक है। यहां महिलाओं और बेटियों के खिलाफ किए गए अपराध ने देश को शर्मसार किया। लेकिन कुछ दिनों से वहां शांति की वापसी हुई है। पीएम मोदी ने कहा कि वहां की राज्य सरकार और केंद्र वापस शांति स्थापित कर रही है और जल्द ही पुरानी स्थिति बहाल हो जाएगी।
पिछली सरकारों पर निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि साल 2014 में जनता को महसूस हुआ कि देश को अब स्थाई सरकार की जरुरत है। जिसके बाद जनता ने 30 साल बाद देश को एक पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई। आपने हम पर भरोसा जताया, जिससे मेरे अंदर बदलाव यानि रिफार्म करने की हिम्मत आई।