पीएम मोदी ने आज रविवार को अपने जन्मदिन व विश्वकर्मी जयंती के खास मौके पर देश में विश्वकर्मा योजना की शुरूआत की। इस योजना के तहत पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को बिना गारंटी के न्यूनतम ब्याज दर पर ऋण सहायता प्रदान की जाएगी।
30 लाख परिवारों को होगा फायदा
पांच सालों की अवधि के लिए 13,000 करोड़ रूपये के वित्तीय परिव्यय के साथ, इस योजना से बुनकरों, सुनारों, लोहारों, कपड़े धोने वाले श्रमिकों और नाई सहित पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों के लगभग 30 लाख परिवारों को फायदा होगा।
योजना का लक्ष्य
इस योजना का लक्ष्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों द्वारा पेश किए जाने वाले उत्पादों और सेवाओं की पहुंच और गुणवत्ता को बढ़ाना है। यह योजना 1 लाख रुपये (18 महीने के पुनर्भुगतान के लिए पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (30 महीने के पुनर्भुगतान के लिए दूसरी किश्त) के संपार्श्विक-मुक्त उद्यम विकास ऋण प्रदान करती है।