पीएम मोदी ने जी20 डिजिटल अर्थव्यवस्था मंत्रियों की बैठक को वर्चुअली संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम ने भारत के तेजी से होते डिजिटलीकरण की बात कही। पीएम मोदी ने कहा कि भारत में 85 करोड़ से अधिक इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं, जो दुनिया में सबसे सस्ती डेटा लागत का आनंद ले रहे हैं।
पीएम मोदी ने किया ऐलान
वहीं पीएम मोदी ने इस दौरान एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि हम एआई-संचालित भाषा अनुवाद मंच भाषिणी का निर्माण कर रहे हैं। यह भारत की सभी विविध भाषाओं में डिजिटल समावेशन का समर्थन करेगा। भारत का डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा वैश्विक चुनौतियों के लिए स्केलेबल, सुरक्षित और समावेशी समाधान प्रदान करता है।
डिजिटल पेमेंट में भारत सबसे आगे
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि डिजिटल पेमेंट में भी भारत सबसे आगे है। उन्होनें कहा कि वैश्विक रियल टाइम डिजिटल पेमेंट का 45 फीसद भारत में होता है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि देश में अब सरकारी सहायता का लाभ सीधा बैंक खाते में ट्रांसफर करने पर भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगी है और इससे 33 बिलियन डॉलर से अधिक की बचत हुई है।
‘डिजिटल इंडिया’ से हुए अभूतपूर्व परिवर्तन
वहीं पीएम मोदी ने कहा कि हमारा अद्वितीय पहचान प्लैटफॉर्म आधार, हमारे 130 करोड़ लोगों को कवर करता है। मोदी ने आगे कहा कि हमने भारत में वित्तीय समावेशन में क्रांति लाने के लिए JAM ट्रिनिटी जन धन बैंक खाते आधार और मोबाइल की शक्ति का उपयोग किया है। इसी के साथ हर महीने हमारी त्वरित भुगतान प्रणाली, यूपीआई पर लगभग 10 अरब लेनदेन होते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में भारत का डिजिटल परिवर्तन अभूतपूर्व है। यह सब 2015 में हमारी ‘डिजिटल इंडिया’ पहल की शुरुआत के साथ शुरू हुआ।