पीएम नरेंद्र मोदी ने हल्दी किसानों की लंबे समय से लंबित मांगो को पूरा करने के लिए रविवार को अपनी तेलंगाना यात्रा के दौरान एक राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के गठन की घोषणा की है।
पीएम मोदी ने राज्य के महबूबनगर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, कोविड के बाद हल्दी के बारे में जागरूरता बढ़ी है और वैश्विक मांग भी बढ़ी है। आज पेशेवर रूप से ज्यादा ध्यान देना और हल्दी के उत्पादन से लेकर निर्यात तक की मूल्य श्रृखंला में पहल करना महत्वपूर्ण है। हल्दी किसानों की आवश्यकता और भविष्य के अवसरों को देखते हुए, केंद्र ने एक राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड स्थापित करने का निर्णय लिया है।”
तेलंगाना में भारी मात्रा में होती है हल्दी
बता दें कि भारत हल्दी का एक प्रमुख उत्पादक, उपभोक्ता और नियार्तक है। खासतौर पर तेलंगाना के किसान भारी मात्रा में हल्दी का उत्पादन करते हैं। निजामाबाद, निर्मल और जगतियाल जिले हल्दी की विशाल खेती के लिए जाने जाते हैं। यहां से हल्दी की फिंगर और बल्ब किस्मों को घरेलू और वाणिज्यिक जरूरतों को पूरा करने के अलावा विदेशों में भी निर्यात किया जाता है।
ट्रेन सेवा को दिखाई हरी झंडी
चुनावी दक्षिणी राज्य तेंलगाना में पीएम मोदी ने सड़क, रेल पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और उच्च शिक्षा जैसे जरूरी क्षेत्रों में 13,500 करोड़ रूपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी है। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कृष्णा स्टेशन से एक ट्रेन सेवा – हैदराबाद (काचीगुडा) – रायचूर – हैदराबाद (काचीगुडा) ट्रेन सेवा को भी हरी झंडी दिखाई। ट्रेन सेवा तेलंगाना के हैदराबाद, रंगारेड्डी, महबूबनगर, नारायणपेट जिलों को कर्नाटक के रायचूर जिले से जोड़ेगी। यह सेवा महबूबनगर और नारायणपेट के पिछड़े जिलों के कई नए क्षेत्रों में पहली बार रेल कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। इसके जरिए क्षेत्र में छात्रों, दैनिक यात्रियों, मजदूरों और स्थानीय हथकरघा उद्योग को लाभ होगा।