सेंचुरी पेपर मिल के स्थाई श्रमिको ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पेपर मिल के स्थाई श्रमिकों ने सेंचुरी मिल प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जमकर नारेबाजी की> इस अवसर पूर्व राज्यमंत्री एवं राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरू ने भी मौके पर पहुंचे और श्रमिकों को अपना समर्थन दिया।
सेंचुरी पेपर मिल के स्थाई श्रमिकों ने प्रबंधन के खिलाफ खोला मोर्चा
सेंचुरी पेपर मिल के स्थाई श्रमिकों ने अपनी मांगों को लेकर प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। स्थाई श्रमिक मोहित पाण्डेय ने कहा कि सेंचुरी मैनेजमेंट के साथ जो एग्रीमेंट फरवरी में किया जाना था वो आज नवंबर महीने में भी नहीं हुआ है। ऐसे में श्रमिकों में असंतोष पनपता जा रहा है।
श्रमिकों का लगातार किया जा रहा है शोषण
सेंचुरी प्रबंधन और यूनियनों की मिलीभगत से श्रमिकों का लगातार शोषण किया जा रहा है। स्टाफ वर्ग के कर्मचारियों का सालाना वेतन 6 हजार रुपए बढ़ा दिया गया है। लेकिन स्थाई श्रमिकों का 3 सालों में मात्र 37 सौ रुपए बढ़ाया गया है जो कि न्यायोचित नही है। जबकि सबसे ज्यादा मेहनत हम स्थाई कर्मचारी करते हैं उनकी जिंदगी का सबसे ज्यादा खतरा रहता है।
मांगें पूरी ना होने पर करेंगे बड़ा प्रदर्शन
स्थाई श्रमिकों का कहना है कि स्थाई श्रमिक जब भी अपनी मांगे रखते हैं तो सेंचुरी मिल मैनेजमेंट कारखने को नुकसान कहकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। उन्होंने कहा कि अगर 30 नवम्बर तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो 30 नवम्बर के बाद विशाल प्रदर्शन किया जाएगा।