राजधानी देहरादून के दून अस्पताल में एक बार फिर मेडिकल सिस्टम को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यह मामला आज दोपहर को सामने आया जिसमें देखने को मिला एक महिला दून अस्पताल के वार्ड नंबर 16 में 23 नवंबर को भर्ती हुई थी जिसका इलाज दून अस्पताल में चल रहा था इसी दौरान आज शौचालय जाते समय महिला शौचालय में ही गिर गई और गिरने के बाद जब तीमारदार नर्स को बुलाने गया तो उन्होंने मरीज को उठाने में कोई भी सहायता नहीं की जिसके चलते कुछ समय बाद महिला की मौके पर मौत हो गई। इस मामले में उप चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एनएस खत्री के संज्ञान में मामले को लाने पर उन्होंने कहा मामला बिल्कुल भी अच्छा नहीं है और जो भी इसके लिए इस पॉसिबल होगा उनके ऊपर तत्काल प्रभाव से एक्शन लिया जाएगा।
दून अस्पताल में स्टाफ नर्स की लापरवाही से मरीज की जान चली गई। मामला आज दोपहर का बताया जा रहा है। जिसमें एक महिला दून अस्पताल के वार्ड नंबर 16 में 23 नवंबर को भर्ती हुई थी जिसका इलाज दून अस्पताल में चल रहा था। इसी बीच आज शौचालय जाते समय महिला शौचालय में ही गिर गई और गिरने के बाद जब तीमारदार नर्स को बुलाने गया तो उन्होंने मरीज को उठाने में कोई भी सहायता नहीं की जिसके चलते कुछ समय बाद महिला की मौके पर मौत हो गई।
इस मामले की शिकायत उप चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर एनएस खत्री को दी जिस पर उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आया है जो बिल्कुल भी अच्छा नहीं है और जो भी इसके लिए इस पॉसिबल होगा उनके ऊपर तत्काल प्रभाव से एक्शन लिया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग की खुली पोल
आरोप है कि राजधानी देहरादून में एक बार फिर से दून अस्पताल में स्टाफ नर्स की लापरवाही के चलते एक बुजुर्ग महिला ने अस्पताल के शौचालय में दम तोड़ दिया। ये घटना पूरे स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशाने खड़े कर रही है। जब राजधानी के अस्पताल में मरीजों को ये हाल है तो राज्य के अन्य जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं के क्या हाल होगा। स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर स्वास्थ्य विभाग बड़े-बड़े दावा करता है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। अगर समय रहते मरीज को देख लिया जाता तो शायद उसकी जान बच जाती।