उत्तराखंड के नेताओं का हवा में उड़ने का शौक खत्म ही नहीं हो रहा है। हालात ये हैं कि कोरोना काल में भी सरकारी हेलिकॉप्टर का निजी दौरें के लिए प्रयोग हो रहा है। ताजा वाक्या गणेश जोशी और बिशन सिंह चुफाल का है। खबरें हैं कि ये दोनों मंत्री सात मई को सुबह सुबह राजकीय हेलिकॉप्टर से निजी दौरे पर निकले। वहीं विपक्ष ने अब इस मसले पर सवाल उठाए हैं।
दरअसल कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के दैनिक भ्रमण कार्यक्रम के मुताबिक वो सात मई को सुबह सात बजे सहस्त्रधारा हेलीपैड से नैनीसैनी हवाई पट्टी के लिए राजकीय हेलिकॉप्टर से उड़ने का कार्यक्रम तय था। इसके बाद सुबह आठ बजे नैनीसैनी पहुंचने और फिर 8.15 नैनीसैनी उड़ कर 8.40 पर चंपावत के रीठा साहिब हेलीपैड पहुंचने का कार्यक्रम तय था। इसके बाद तय कार्यक्रम के अनुसार 8.45 पर चंपावत के रीठा साहिब हेलीपैड से उड़ कर 9.45 पर एम्स ऋषिकेश के हेलीपैड पर पहुंचने का कार्यक्रम तय था। इसके महज पांच मिनट बाद ही यानी 9.50 मिनट पर हेलिकॉप्टर को सहस्त्रधारा हेलीपैड पहुंचने का कार्यक्रम तय था। खास बात ये है कि इस शेड्यूल में दो मंत्रियों के साथ ही दो अन्य लोगों के भी उड़ान भरने की जानकारी दी गई है हालांकि उनकी पहचान नहीं उजागर की गई है।
इस तरह से देखा जाए तो इस दौरे में कहीं भी पहुंचने का और वहां से प्रस्थान के बीच की अवधि बेहद कम है। ये मानना मुश्किल है कि इस अवधि में कोई सरकारी मीटिंग या कोई अन्य राजकीय कार्य संपादित हो सकता है।
कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी के करीबी सूत्रों ने भी आज सुबह इस शेड्यूल को फॉलो करते हुए मंत्री जी ने आज उड़ान भर भी ली है।
वहीं अब कांग्रेस ने इस मसले पर फिर एक बार सरकार को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस की प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी ने पूछा है कि क्या मंत्रियों के व्यक्तिगत प्रयोग के लिए राजकीय हेलिकॉप्टर का प्रयोग हो रहा है?
आपको बता दें कि सरकारी हेलिकॉप्टर के प्रयोग को लेकर बीजेपी सरकार पहले भी घिर चुकी है। बीजेपी की प्रदेश सहप्रभारी रेखा वर्मा उत्तराखंड का राजकीय हेलिकॉप्टर लेकर उत्तर प्रदेश में अपने संसदीय क्षेत्र में पहुंच गईं थीं तो बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक भी पार्टी के नेताओं की बैठक के लिए राजकीय हेलिकॉप्टर का प्रयोग कर चुके हैं।