राम मंदिर निर्माण और खासतौर से प्राण प्रतिष्ठा के बाद समारोह से अयोध्या नगरी की रंगत बदल चुकी है। अब अयोध्या में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड सेंटर बनाने की योजना पर काम शुरु हो गया है। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में फाइल आगे बढ़ा दी है।
जानकारी के अनुसार सरकार की योजना है कि अयोध्या में डीआईजी और आईजी रैंक के अधिकारी की अगुआई में एनएसजी का एक सेंटर स्थापित किया जाए। इस एनएसजी सेंटर में बम निरोधक दस्ता, एंटी सबोटेम टीम, एंटी हाइजैकिंग टीम, क्विक एक्शन टीम, के9 डॉग स्कवॉड के साथ ही सभी आधुनिक उपकरण मौजूद रहेंगे।
अयोध्या में पहले भी हुए आतंकी हमले
बता दें कि अयोध्या में पहले भी आतंकी हमले हुए हैं। हालांकि सुरक्षाबलों के चलते आतंकियो के मंसूबे कामयाब नहीं हुए हैं। राम मंदिर निर्माण के बाद यहां भीड़ को देखते हुए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। वहीं अब केंद्र की योजना है कि यहां एनएसजी सेंटर स्थापित किया जाए।
कब हुआ एनएसजी का गठन?
बता दें कि एनएसजी का गठन आतक विरोधी गतिविधियों से निपटने के लिए किया गया था। साल 1984 में केंद्रीय कैबिनेट ने एनएसडी के गठन का फैसला किया था। इसके लिए साल 1986 में संसद में एक विधेयक पेश किया और इसे 22 सितंबर. 1986 को राष्ट्रपति की मंजूरी मिली। उसी दिन से एनएसजी औपचारिक तौर पर अस्तित्व में आया।