लोकसभा सचिवालय ने ‘असंसदीय शब्द 2021’ के नाम से ऐसे शब्दों और वाक्यों की सूची तैयार की है जिनका प्रयोग अब संसद में गलत और असंसदीय माना जाएगा। इसके तहत जुमलाजीवी, लॉलीपॉप, गद्दार, घड़ियाली आंसू, जयचंद, शकुनी, भ्रष्ट जैसे कई शब्दों और मुहावरों पर रोक लगा दी गई है। इन चुनिंदा शब्दों को सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं किया जाएगा। इन शब्दों की लिस्ट सभी सांसदों को भेजी गई है। इस लिस्ट में गौर करने वाली बात यह है कि नई सूची में ऐसे शब्द सबसे अधिक शामिल हैं जो राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभाओं की कार्यवाही से असंसदीय बता कर हटाए गए हैं। बता दें, दोनों ही राज्यों में अभी कांग्रेस की सरकार है।
लोकसभा सचिवालय समय समय पर ऐसे शब्दों को असंसदीय शब्दों की सूची में शामिल करता है, जिन्हें लोकसभा, राज्यसभा अथवा राज्य विधान सभाओं और विधान परिषदों द्वारा असंसदीय शब्द बता कर कार्यवाही से हटाया जाता है। इनमें कॉमनवेल्थ संसदों में घोषित किए असंसदीय शब्द भी होते हैं।
इन शब्दों पर मनाही, माने जाएंगे गलत
शकुनि, तानाशाह, तानाशाही, जयचंद, विनाश पुरुष, ख़ालिस्तानी और ख़ून से खेती, खूनी, धोखा, शर्मिंदा, दुर्व्यवहार, धोखा, चमचा, चमचागिरी, चेला, बचकाना, भ्रष्ट, कायर, अपराधी और मगरमच्छ के आँस, गधा, नाटक, चश्मदीद, धोखा, गुंडागर्दी, पाखंड, अक्षम, भ्रामक, झूठ, असत्य , अराजकतावादी, गदर, गिरगिट, गुंडे, घड़ियाली आंसू, अपमान, असत्य, अहंकार, भ्रष्ट, काला दिन, काला बाजारी, खरीद फरोख्त, दंगा, दलाल, दादागिरी, दोहरा चरित्र, बेचारा, बॉबकट, लॉलीपॉप, विश्वासघात, संवेदनहीन, मूर्ख और बहरी सरकार जैसे शब्द इस लिस्ट में शामिल हैं।
अंग्रेज़ी शब्दों की फ़ेहरिस्त में अब्यूज़्ड, ब्रिट्रेड, करप्ट, ड्रामा, हिपोक्रेसी और इनकॉम्पिटेंट, कोविड स्प्रेडर और स्नूपगेट शामिल हैं।
अध्यक्ष पर आक्षेप को लेकर इस्तेमाल किए गए कई वाक्यों को भी असंसदीय अभियव्यक्ति की श्रेणी में रखा गया है, मसलन- आप मेरा समय खराब कर रहे हैं, आप हम लोगों का गला घोंट दीजिए, चेयर को कमज़ोर कर दिया गया है, मैं आप सब से यह कहना चाहती हूं कि आप किसके आगे बीन बजा रहे हैं?
वहीं इसके बाद विपक्ष ने इन शब्दों को हटाए जाने पर नाराजगी जताई है।
राज्यसभा सांसद और कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने नई सूची पर लिखा है, “मोदी सरकार की सच्चाई दिखाने के लिए विपक्ष द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सभी शब्द अब असंसदीय माने जाएंगे. अब आगे क्या विषगुरु?”
मोदी सरकार की सच्चाई दिखाने के लिए विपक्ष द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सभी शब्द अब ‘असंसदीय’ माने जाएंगे।
अब आगे क्या विषगुरु? pic.twitter.com/FeMagK67qR
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 14, 2022
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लिखा है
सरकार की मंशा है कि जब वो
भ्रष्टाचार करे, तो उसे भ्रष्ट नहीं; भ्रष्टाचार को ‘मास्टरस्ट्रोक’ बोला जाए
“2 करोड़ रोजगार”, “किसानों की आय दुगनी” जैसे जुमले फेंके, तो उसे जुमलाजीवी नहीं; ‘थैंक यू’ बोला जाए
PS: संसद में देश के अन्नदाताओं के लिए आंदोलनजीवी शब्द किसने प्रयोग किया था? pic.twitter.com/eTVfch9tAI
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 14, 2022