देहरादून : उत्तराखंड में सीएम धामी के नेतृत्व में एक बार फिर से नई कैबिनेट का गठन हुआ जिसमे कुछ पुराने चेहरों की छुट्टी की गई तो कुछ नए युवा चेहरों को जगह दी गई जिसमे सौरभ बहुगुणा भी शामिल हैं। उम्रदराज विधायक बंशीधर भगत की कैबिनेट पद से छुट्टी की गई जिसको लेकर उन्होंने मौन साध रखा है। बंशीधर समेत बिशन सिंह चुफाल, मदन कौशिक, अरविंद पांडे की भी कैबिनेट से छुट्टी कर दी गई है।
कई विधायकों ने इसे हाईकमान का फैसला बताते हुए संतुष्टि जाहिर की तो किसी ने मौन साध लिया है तो वहीं किसी ने नाराजगी जाहिर की है। बंशीधर भगत ने कैबिनेट में जगह ना मिलने के बाद चुप्पी साधी हुई है तो वहीं चुफाल ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि वो इस बारे में आलाकमान से बात करेंगे। चुफाल ने खुलकर आक्रोश जाहिर किया है।
कालाढूंगी सीट से विधायक बंशीधर भगत आठ बार विधानसभा चुनाव लडऩे के लिए प्रत्याशी बनाया है। वह सात बार जीते हैं। बंशीधर की उम्र 72 साल है। इस बार उन्हें कैबिनेट में जगह नहीं मिली। उन्होंने इस फैसला का स्वागत किया लेकिन बिशन सिंह चुफाल बिफर गए। डीडीहाट से छठी बार जीते चुफाल को कैबिनेट में जगह नहीं मिली।
बिशन सिंह चुफाल ने आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि कुछ वरिष्ठ नेता 1996 से ही उनसे द्वेष रखते हैं। उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर रखने का षड़यंत्र करते रहे हैं। 2017 में भी जब भाजपा जीती थी। दोनों विधायकों ने अपने क्षेत्रों से जीत हासिल की थी। त्रिवेंद्र सिंह रावत के सीएम रहते इन दोनों विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया था।