सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़े आंकड़े जारी कर दिए हैं। इलेक्टोरल बॉन्ड की लिस्ट के अनुसार नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (Navyuga engineering company private limited) का भी नाम शामिल है।
नवयुग कंपनी का नाम आया सामने
बता दें कि साल 2023 में 12 नवंबर को उत्तरकाशी में ढही सुरंग का निर्माण यही कोम्पन्य कर रही है। आंकड़ों के मुताबिक नवयुग कंपनी ने कम से कम 55 करोड़ रुपए के चुनावी बॉन्ड खरीदे हैं। जिसके बाद अब कांग्रेस ने भी नवयुग कंपनी पर सवाल दागना शुरू कर दिया है।
सामने आया कांग्रेस का रिएक्शन
राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे के लिए जहां इलेक्टोरल बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया था। जिसके बाद इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वाली कम्पनियों की जानकारी देने को कहा गया था। वहीं सभी इस बात को लेकर इंतजार कर रहे थे कि आखिरकार किस कंपनी के द्वारा कितना चंदा राजनीतिक दलों को दिया गया है। इस बीच कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसोनी का रिएक्शन सामने आया है।
कंपनी पर कार्रवाई न होने की ये बताई वजह
गरिमा दसोनी ने कहा कि लापरवाही के बाद भी सुरंग का निर्माण कर रही कंपनी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है। इसका कारण अब साफ हो गया है। बता दें सोशल मीडिया पर भी कई तरीके के सवाल उठ रहे हैं। जिसमें नवयुग कंपनी के द्वारा 2019 में 30 करोड रुपए अक्टूबर 2019 में 15 करोड रुपए और अक्टूबर 2022 में 10 करोड रुपए की इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने की बात वायरल हो रही है।