बागेश्वर जिले से बड़ी खबर है। बता दें कि माउंट त्रिशूल का आरोहण करने गए नौसेना का पर्वतारोही दल एवलांच की चपेट में आ गया। इसमे करीबन 10 पर्वतारोहियों के लापता होने की खबर सामने आई है। इस खबर से कई जिलों की पुलिस अलर्ट हो गई है। सूचना पाकर मौके के लिए नेहरू पर्वतरोहण संस्थान (निम) से रेस्क्यू टीम प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट के नेतृत्व में चमोली जनपद से त्रिशूल चोटी के लिए रवाना हो गई है।
मिली जानकारी के अनुसार नौसेना का दल करीब 15 दिन पहले 7120 मीटर ऊंची त्रिशूल चोटी के आरोहण के लिए निकला था। त्रिशूल चोटी चमोली जिले की सीमा पर स्थित कुमांऊ के बागेश्वर जिले में स्थित है। इस चोटी के आरोहण के लिए चमोली जिले के जोशीमठ और घाट के लिए पर्वतारोही टीमें जाती हैं। वायु सेना के पर्वतारोहियों की टीम भी घाट होते हुए त्रिशूल के लिए गई थी। तीन चोटियों का समूह होने के कारण इसे त्रिशूल कहते हैं।
खबर मिली है कि शुक्रवार सुबह दल चोटी के समिट के लिए आगे बढ़ा। इसी दौरान हिमस्खलन हुआ है। इसकी चपेट में नौसेना के पर्वतारोही आए हैं। उत्तरकाशी से हेली के जरिये निम की सर्च एंड रेस्क्यू टीम रवाना हुई है। इस संबंध में निम के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने बताया यह घटना शुक्रवार सुबह 5 बजे के करीब हुई है। इसमें करीब 10 नौसेना के पर्वतारोही हिमस्खलन की चपेट में आए हैं और लापता बताए जा रहे हैं. लापता जवानों की तलाश के लिए टीम मौके के लिए रवान हो गई है।