अगर आप देहरादून में रहते हैं तो छह नंबर पुलिया चौक से कभी ना कभी गुजरे ही होंगे। क्या आप जानते हैं की इस चौक का नाम भी बदल गया है। जी हां देहरादून के छह नंबर पुलिया चौक को अब महाराजा प्रद्युम्न शाह के नाम से जाना जाएगा। चौक पर उनकी एक भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
चौक का नाम बदलने पर जताया आभार
जानकारी के मुताबिक महाराजा प्रद्युम्न शाह स्मारक समिति के अध्यक्ष शीशपाल गुसाई ने चौक का नाम गढ़वाल राज्य के 54वें महाराजा प्रद्युम्न शाह के नाम पर रखने पर नगर निगम और प्रदेश सरकार का आभार जताया है।
राजा की बहादुरी को रखें याद
उन्होंने कहा कि 220 साल बाद महाराजा को चौक और मूर्ति के रूप में याद किया जाना उनकी बहादुरी और नेतृत्व के साथ ही स्थाई विरासत का प्रतीक है। गढ़वाल के इतिहास में उनके योगदान की पहचान कर लोग यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आने वाली पीढि़यां उनकी बहादुरी को याद रखें और उनका सम्मान करें।
गढ़वाल वंश के अंतिम शासक थे प्रद्युम्न शाह
महाराजा प्रद्युम्न शाह को प्रद्युम्न चंद के नाम से भी जाना जाता है। वह राज्य के स्वतंत्र होने तक गढ़वाल वंश के अंतिम और 54वें शासक थे । उन्होंने 1785 से 14 मई 1804 तक राज्य के क्षेत्रों पर शासन किया और बाद में देहरादून के पास खुरबुरा की लड़ाई के बाद गोरखा सेनाओं द्वारा राज्य को पराजित किया।
महाराजा प्रद्युम्न शाह को 1785 से 1804 तक सिंहासन पर बैठाया गया था। बता दें गढ़वाल पर शासन करने से पहले प्रद्युम्न शाह 1779 से 1785 या 1786 तक कुमाऊं के राजा के रूप में ताज पहनाया गया था। राज्याभिषेक समारोह के दौरान ही उन्हें प्रद्यमान चंद नाम दिया गया था।