हल्द्वानी : लोगों में कोरोना संक्रमण का इतना खौफ है कि इलाज के दौरान मौत के बाद अपनों के शवों को लेने के लिए लोग अस्पताल भी नहीं आ रहे हैं और लोग अपनों के शवों को लावारिस अस्पतालों में छोड़ दे रहे हैं। ऐसे में हल्द्वानी पुलिस ने पहल करते हुए सुशीला तिवारी अस्पताल में पड़ी कोविड संक्रमित सात शवों का राजपुरा स्थित श्मशान घाट में हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार कराया। इस दौरान पुलिस के जवान सभी शवों को अस्पताल से श्मशान घाट तक ले गए जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।
कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि यह सभी शव 3 से 4 दिन पुराने थे जो सुशीला तिवारी अस्पताल में रखे गए थे. अस्पताल प्रशासन द्वारा इनके परिजनों को सूचित किया गया लेकिन परिजन कई समस्याओं का हवाला देते हुए अपनों के शव लेने अस्पताल नहीं पहुंचे जिसके बाद पुलिस ने इन सभी शवो का अंतिम संस्कार करने का काम किया है।
रिपोर्टर- योगेश शर्मा
स्थान- हल्द्वानी
एंकर- लोगों में कोरोना संक्रमण का इतना खौफ है कि इलाज के दौरान मौत के बाद अपनों के शवों को लेने के लिए लोग अस्पताल भी नहीं आ रहे है और लोग अपनों के शवों को लावारिस अस्पतालों में छोड़ दे रहे है, ऐसे में हल्द्वानी पुलिस ने पहल करते हुए सुशीला तिवारी अस्पताल में पड़ी कोविड संक्रमित सात शवों का राजपुरा स्थित श्मशान घाट में हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार कराया। इस दौरान पुलिस के जवान सभी शवों को अस्पताल से श्मशान घाट तक ले गए जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। कोतवाल मनोज रतूड़ी ने बताया कि यह सभी शव 3 से 4 दिन पुराने थे जो सुशीला तिवारी अस्पताल में रखे गए थे अस्पताल प्रशासन द्वारा इनके परिजनों को सूचित किया गया लेकिन परिजन कई समस्याओं का हवाला देते हुए अपनों के शव लेने अस्पताल नहीं पहुंचे जिसके बाद पुलिस ने इन सभी शवो का अंतिम संस्कार करने का काम किया है।