गैरसैंण को कमिश्नरी बनाए जाने पर सांसद अजय भट्ट कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं। अजय भट्ट ने सिर्फ इतना कहा कि “जहां हाथी का पांव वहां सब का पांव” लिहाजा सरकार ने जो भी निर्णय लिया है कुछ सोच समझ कर ही लिया होगा, क्योंकि जब राज्य सरकार किसी नतीजे पर पहुंचती है तो उसमें किसी प्रकार के सवाल उठाने का मतलब ही नहीं बनता। हालांकि उन्होंने कहा की अब तक कमिश्नरी बनाए जाने पर किन-किन मानकों को सामने रखा गया है और क्या-क्या नियम व शर्तें लागू की गई है उनको नहीं पता है, इस मामले में वे पहले पूरी जानकारी लेंगे और उसके बावजूद ही किसी निर्णय पर पहुंच पाएंगे।
अजय भट्ट ने कहा कि इस मामले में मेरा बोलना ठीक नहीं है। लिहाजा जब सारी चीजें खुलकर सामने आएंगी तभी कुछ कहना उचित होगा। अल्मोड़ा के लोग गैरसैंण कमिश्नरी में अपने काम के लिए कैसे जाएंगे और क्या उनका दर्द होगा इस मामले में अजय भट्ट ने कहा कि अभी उनको कमिश्नरी बनाए जाने के मामले में कुछ भी कहना उनके लिए जल्दबाजी होगी। जल्दी वह इसको लेकर मुख्यमंत्री से बात करेंगे।