देहरादून: हरक सिंह रावत और विधायक उमेश शर्मा काऊ के इस्तीफे की खबरंें सामने आने के बाद भाजपा में घमासान मच गया। पूरी रात उथल-पुथल मची रही। देर रात को उमेश शर्मा काऊ ने बयान दिया कि सीएम धामी से बात हो गई है। हरक सिंह रावत की जो भी मांग थी। उसे पूरा कर दिया गया है। अब नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है।
लेकिन, विधायक काऊ ने यह भी कहा कि हां हरक सिंह रावत बेहद नाराज थे। उन्होंने जनता से वादा किया था कि कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज बनावाएंग, लेकिन उनका वादा पूरा नहीं हो सका। त्रिवेंद्र कार्यकाल में और धामी सरकार में भी हरक सिंह रावत लगातार मांग करते रहे। इसको लेकर उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से लेकर स्वास्थ्य मंत्री तक गुहार लगाई, लेकिन किसी ने भी उनकी बात पर गौर नहीं किया।
चुनाव से पहले सरकार की ये आखिरी कैबिनेट बैठक थी। उनको उम्मीद थी कि इस बैठक में उनकी मांग पर मुहर लगा जाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कैबिनेट में प्रस्ताव नहीं आया तो हरक सिंह रावत नाराज हो गए और इस्तीफा दे दिया। लेकिन, हरक के जाने के बाद कैबिनेट ने मेडिकल कॉलेज के लिए पांच करोड़ रुपये भी स्वीकृत कर लिए।