बंगाल में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसी के मद्देनजर पीएम नरेंद्र मोदी ने सात मार्च को कोलकाता के बिग्रेड मैदान में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान हिंदी फिल्मों के अभिनेता रहे मिथुन चक्रवर्ती ने बीजेपी का दामन थाम लिया। उन्होंने पीएम मोदी के साथ मंच साझा किया।
मिथुन चक्रवर्ती ने लगभग चार सालों बाद फिर एक बार राजनीति में इंट्री की है। इसके पहले वो TMC में थे। दरअसल जब पंश्चिम बंगाल में वामपंथियों के तीन दशकों के शासन का अंत हुआ और टीएमसी सत्ता में आई तो टीएमसी ने उन्हे अपने साथ जोड़ना की इच्छा जाहिर की। इसके बाद मिथुन टीएमसी के साथ हो गए। टीएमसी ने उन्हें राज्यसभा भेजा। हालांकि टीएमसी से राज्यसभा सांसद रहते हुए मिथुन कुछ खास असर नहीं दिखा पाए। इस बीच उनका नाम एक घोटाले में भी आ गया। इसके बाद मिथुन ने राजनीति से दूरी बना ली।
दिलचस्प ये भी है कि मिथुन चक्रवर्ती इससे पहले कभी वामपंथ के करीब माने जाते थे। वामपंथियों की सरकार के दौरान मंत्री रहे एक नेता से मिथुन के खासे करीबी रिश्ते रहें हैं। इसके साथ ही कई अन्य नेताओं के साथ भी मिथुन का नाम सामने आता रहा है।
हालांकि पिछले कुछ दिनों से मिथुन की नजदीकियां बीजेपी से बढ़ गईं थीं। वो नागपुर में राष्ट्रीय स्वयं संघ के कार्यालय में भी होकर आए। तभी से मिथुन के बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे। रविवार को मिथुन चक्रवर्ती ने इन कयासों को सही साबित करते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया।
बंगाल में मिथुन की बड़ी फैन फॉलोइंग मानी जाती है। मिथुन को देखने के लिए आज भी युवाओं की भीड़ उमड़ती है।