21 साल की उम्र में जब झारखंड की मिताली ने जेपीएससी एग्जाम निकाला तो उनके घर में खुशी का माहौल था वहीं जब मिताली अधिकारी की कुर्सी में बैठकर अपनी पहली पोस्टिंग में ही घूस लेते पकड़ी गई तो उनका परिवार अब मुंह छिपाते घूम रहा है। एसीबी की टीम ने उन्हें घूस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। मिताली झारखंड में इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई है।
साधारण परिवार से आती है मिताली
मिताली शर्मी हजीरबाग के बड़ा बाजार की रहने वाली है। ग्रेजुएशन कंपलीट करने के बाद मिताली ने यूपीएससी की तैयारी की और 21 साल की उम्र में ही अपने पहले अटेम्प्ट में उन्होनें जेपीएससी की परीक्षा पास कर ली थी। वह एक मध्मय वर्गीय परिवार से आती है। एग्जाम निकलने के बाद मिताली शर्मा को पहली पोस्टिंग कोडरमा जिले में मिली। उन्हें यहां सहकारिता विभाग में बतौर सहायक निबंधक का पद मिला था। लेकिन उनकी पहली पोस्टिंग में ही मिताली शर्मा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो हजारीबाग की टीम ने 10,000 रुपए घूस लेते रंगेहाथ उनके कार्यालय से गिरफ्तार किया है।
20,000 रूपये की रिश्वत मांगी
जानकारी के अनुसार मिताली शर्मा को खिलाफ कोडरमा जिले के व्यापार मंडल सहायक समिति के सदस्य रामेश्वर प्रसाद यादव ने एसीबी में शिकायत की थी। रामेश्वर यादव ने कहा कि 16 जून को सहकारिता विभाग की सहायक निबंधक मिताली शर्मा ने कोडरमा व्यापार मंडल का निरिक्षण किया था। इस दौरान उन्हें कई खामियां मिली थी। जिसके बाद उन्होनें व्यापार मंडल सहयोग समिति लिमिटेड के सदस्यों से स्पष्टीकरण देने को कहा था।
घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हुई मिताली
रामेश्वर प्रसाद यादव का आरोप है कि मिताली शर्मा ने स्पष्टीकरण देने से बचाने के नाम पर 20,000 रूपये की रिश्वत की मांग की थी। हालांकि मिताली अपनी पहली पोस्टिंग के दौरान भ्रष्टाचार की सीढियां चढ़ पाती। इससे पहले ही रामेश्वर यादव ने पूरे मामले की शिकायत एसीबी के अफसरों को कर दी। वहीं 5 जुलाई 2023 को मिताली को घूस लेते रंगेहाथ एसीबी की टीम ने गिरफ्तार किया था।