जम्मू कश्मीर में पेट्रोलिंग प्रोटेक्शन में गोली लगने से शहीद हुए गढ़वाल राइफल के जवान दीपेंद्र सिंह रावत का पार्थिक शरीर उनके पैतृक गांव पसोली में पंचतत्व में विलीन हो गया है। राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया।
राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
शहीद दीपेंद्र सिंह रावत का पार्थिव शरीर जैसे ही उनके गांव पंहुचा स्थानीय लोग, शहीद के परिवार और रिश्तेदार भावुक हो गए। सेना के जवानों ने पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद शहीद दीपेंद्र के भाई ने उनके पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी। ग्रामीणों ने अपने बहादुर को याद कर नम आंखो से विदा किया। वहीं सेना के जवानों ने अपने शहीद साथी को आखिरी सलामी दी।
एक सप्ताह पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे दीपेंद्र
शहीद जवान पौड़ी जिले की चौबट्टाखाल विधानसभा के बीरोखाल ब्लॉक के ग्राम पसोली गांव के रहने वाले थे। शहीद जवान दीपेंद्र अपने पीछे अपनी पत्नी पिंकी (25) और तीन साल के बेटे को छोड़ गए हैं। आपको बता दें एक सप्ताह पहले ही दीपेंद्र अपनी छुट्टी पूरी करने के बाद ड्यूटी पर लौटे था।