लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। बीजेपी में प्रदेश की पांचों सीटों पर एक से ज्यादा दावेदार सामने आ रहे हैं। बात अगर पौड़ी सीट की करें तो पांचो लोकसभा सीटों में से सबसे ज्यादा भारी भरकम दावेदार और बड़े चेहरे यहां से दावेदारी करते हुए नजर आ रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व सांसद से लेकर मंत्री भी कतार में
पौड़ी लोकसभा सीट पर जहां दो पूर्व मुख्यमंत्री दावेदार बताए जा रहे हैं तो एक पूर्व सांसद भी दौड़ में शामिल है। जबकि एक राज्य सभा सांसद का नाम भी उम्मीदवारों की लिस्ट में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके साथ ही धामी कैबिनेट के दो मंत्रियों के नाम भी उम्मीदवार के नाम को लेकर चर्चाओं में है।
किसका कटेगा टिकट और किसे मिलेगा ?
इस बार चर्चाएं हो रही हैं कि पौड़ी लोकसभा सीट पर वर्तमान सांसद तीरथ सिंह रावत का टिकट कट सकता है। पार्टी अगर पौड़ी लोकसभा सीट पर उम्मीदवारों के नाम पर मंथन करेगी तो तीरथ सिंह रावत के नाम पर सबसे पहले ही चर्चा होने की उम्मीद है। क्योंकि तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड में पार्टी के मजबूत स्तंभों में से एक माने जाते हैं। ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि वोपार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की कमान भी संभाल चुके हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री होने के नाते उनका दावा पौड़ी लोकसभा सीट पर मजबूत भी दिखता है।
पौड़ी लोकसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी टिकट की दावेदारी कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जब से मुख्यमंत्री पद से हटे हैं तब से पार्टी ने उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी है। इसलिए माना जा रहा है कि तीरथ सिंह रावत को पार्टी पौड़ी लोकसभा सीट से मैदान में उतर सकती है। ऐसे में पौड़ी लोकसभा सीट पर खुद भी त्रिवेंद्र सिंह रावत दावेदारी कर रहे हैं।
राज्यसभा सांसद के नाम पर भी हो रही चर्चा
राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के नाम की भी चर्चा उम्मीदवार के रूप में है। क्योंकि अनिल बलूनी का राज्यसभा सांसद के रूप में 2024 में कार्यकाल पूरा होने जा रहा है, इसलिए माना जा रहा है कि इस बार पार्टी राज्यसभा की जगह उन्हें लोकसभा उम्मीदवार के रूप में भी मैदान में उतर सकती है।
धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज जो की पौड़ी लोकसभा सीट से पूर्व सांसद भी रहे हैं उन्हें भी दावेदार के रूप में पौड़ी लोकसभा सीट पर आंका जा रहा है क्योंकि माना जा रहा है कि सतपाल महाराज हाई कमान के समीकरणों पर यदि अगर केंद्र में फिट बैठते हैं तो फिर भाजपा हाई कमान उन्हें पौड़ी लोकसभा सीट से मैदान में उतरकर दिल्ली के लिए रास्ते खुलवा सकता है।
कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत भी पौड़ी लोकसभा सीट से उम्मीदवार के रूप में देखे जा रहे हैं। हालांकि अपनी दावेदारी को कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत सिरे से खारिज कर रहे हैं। लेकिन भाजपा के भीतर यह चर्चा है कि धन सिंह रावत भी लोकसभा उम्मीदवार की लिस्ट में शामिल है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का नाम भी चर्चाओं में
पौड़ी लोकसभा सीट पर लंबे समय से दावेदारी कर रहे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल भी दावेदार बताए जा रहे हैं। शैर्य डोभाल 2014 और 2019 में भी पौड़ी लोकसभा सीट को लेकर दावेदार बताए जा रहे थे। लेकिन दोनों बार उन्हें टिकट नहीं मिला लेकिन इस बार फिर वह दावेदार के रूप में नजर आ रहे हैं।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के नाम की भी चर्चाएं लोकसभा उम्मीदवार के रूप में आंकी जा रही है। क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए पार्टी हाई कमान ने नैनीताल लोकसभा सीट से केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट को उम्मीदवार बनाया था। इसके साथ ही कर्नल अजय कोठियाल जो कि भाजपा में प्रदेश प्रवक्ता की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। उनकी भी दावेदारी पौड़ी लोकसभा सीट को लेकर बताई जा रही है।
पौड़ी सीट पर दो महिला उम्मीदवार भी कतार में
महिला उम्मीदवार के नाम की बात की जाए जाए तो पौड़ी लोकसभा सीट पर दो महिलाएं भाजपा के भीतर उम्मीदवार के तौर पर देखी जा सकती हैं। उनमें पहला नाम विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी का है जो की कोटद्वार से विधायक भी है और पौड़ी लोकसभा सीट पर जिस तरीके से उनके पिता बीसी खंडूरी का परचम रहा है। तो हो सकता है कि पार्टी उनके नाम पर भी चर्चा कर सकती है। ताकि बीसी खंडूरी का जो जानधार रहा है वो बीजेपी के पाले में उसी तरीके से रहे।
भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महामंत्री दीप्ति रावत भी पौड़ी लोकसभा सीट पर प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि दीप्ति रावत पौड़ी लोकसभा सीट पर मजबूत दावेदारी पेश कर रही हैं। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में टिकट दीप्ति रावत का फाइनल हो गया था लेकिन किन्हीं कारणों से उन्हें पार्टी ने अंतिम समय में टिकट फाइनल होने के बाद उम्मीदवार नहीं बनाया। ऐसे में पौड़ी लोकसभा सीट पर जिस तरीके से दीप्ति रावत दावेदारी कर रही है उसे ऐसा माना जा रहा है कि हाई कमान की नजरों में मजबूत उम्मीदवार और महिला उम्मीदवार के रूप में भी दीप्ति रावत के नाम पर चर्चा की जा सकती है।
इनपुट – मनीष डंगवाल