अचानक ऐसा क्या हुआ कि मालदीप सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा। आखिर लोगों का गुस्सा क्यों Maldives को लेकर फूट रहा है। दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में लक्षद्वीप का दौरा किया था। उनके इस दौरे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई है और भारत में मालदीव और लक्षद्वीप की तुलना शुरु हो गई है। वहीं मालदीव के मंत्रियों ने भी भारत विरोधी बयान दिए हैं। उनके बयान के बाद से सोशल मीडिया पर #BoycottMaldives ट्रेंड कर रहा है।
लोगों का कहना है कि टूरिज्म पर निर्भर मालदीव को भारत की ताकत का अंदाजा नहीं है। इतनी ही नहीं कई लोग हैं जो मालदीव की यात्रा कैंसिल कराकर अब लक्षद्वीप को तरजीह दे रहे हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों का मालदीव के लिए गुस्सा निकल रहा है उससे इतना तो तय है कि मालदीव को ढटका लगना तय है। मालदीप की अर्थव्यवस्था मुख्य रुप से पर्यटन पर निर्भर है। सोशल मीडिया पर ऐसे कई पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं जिसमें लोग अपने मालदीव के टूर को कैंसिल करने की जानकारी देते हुए स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे हैं।
यूजर ने दी Maldives की यात्रा रद्द करने की जानकारी
एक्स पर एक यूजर ने अपनी मालदीव की यात्रा को रद्द करने की जानकारी देते हुए लिखा, ‘मैं अपने जन्मदिन के लिए मालदीव जाने की योजना बना रही थी, जो दो फरवरी को पड़ता। ट्रैवल एजेंट के साथ बात भी हो गई थी, लेकिन मालदीव के मंत्री के ट्वीट को देखने के बाद तुरंत रद्द कर दी।
वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि मालदीव में तीन हफ्ते रहने के लिए पांच लाख की बुकिंग की थी लेकिन मालदीव के मंत्रियों के बयान आने के बाद इसे कैंसिल कर दिया है।
Maldives के मंत्रियों का बयान
दरअसल, मालदीव के मंत्री अब्दुल्ला मोहजुम माजिद ने लिखा कि, मालदीव के पर्यटन को निशाना बनाने के लिए भारत के पर्यटन को शुभकामनाएं देता हूं, लेकिन भारत को हमारे बीच पर्यटन से कड़ी टक्कर मिलेगी। हमारा रिजॉर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर ही इनके पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर से ज्यादा है। इस पोस्ट में पीएम मोदी के भी टैग किया गया है।
Maldives के अन्य नेता जाहिद रमीज ने लिखा
वहीं एक मालदीव के अन्य नेता जाहिद रमीज ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी द्वारा लक्षद्वीप में पर्यटन बढ़ाने को लेकर लिखा कि बेशक यह अच्छा कदम है, लेकिन हमसे प्रतिस्पर्धा करना एक भ्रम ही है। वह हमारे जैसी सर्विस कैसे देंगे? साथ ही वहां के बीच साफ कैसे रह सकते हैं? कमरों में हमेशा रहन वाली बदबू भी सबसे बड़ी चुनौती है।