महाकुंभ 2025 के आयोजन को केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि सुरक्षा के मामले मे भी काफी ऐतिहासिक बनाने की तैयारी हो रही है। पहली बार इस महापर्व में 200 विशेष रुप से प्रशिक्षित फायर कमांडो तैनात किए जा रहे हैं। ये कमांडो आग जैसी किसी भी आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम होंगे। इन कमांडो को खास तौर पर कुंभ मेले के लिए प्रशिक्षण दिया गया है।
महाकुंभ में सुरक्षा के लिए विशेष बचाव समूह एसटीआरजी का गठन किया गया है। 200 कर्मचारियों को 10-10 सदस्यों के 20 समूहों में विभाजित किया गया है, जो महाकुंभ के अति संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात रहेंगे।
तीन रोबोटिक फायर टेंडर शामिल
इस बार महाकुंभ में आधुनिक तकनीक का उपयोग सुरक्षा के लिए किया जाएगा। पहली बार तीन रोबोटिक फायर टेंडर शामिल किए गए हैं। इनका वजन मात्र 20-25 किलोग्राम है और इन्हें आसानी से ऐसी जगहों पर ले जाया जा सकता है जहां दमकलकर्मी पहुंच नहीं सकते।
आर्टिकुलेटिंग वाटर टावर का उपयोग
इसके अलावा महाकुंऊ में आर्टिकुलेटिंग वाटर टावर का उपयोग किया जा रहा है। यह टावर 35 मीटर की ऊंचाई तक पानी की बौछार कर आग बुझा सकता है। इसमें लगा हाईटक कैमरा आग की वास्तविक स्थिति का सटीक आकलन करता है, जिससे बचाव कार्य तेजी से हो सके।
सीएम योगी ने क्या कहा?
सीएम योगी ने महाकुंभ की तैयारियों का जायजा लेते हुए कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन में सभी कार्य युद्धस्तर पर चल रहे हैं। इस बार महाकुंभ क्षेत्र 800 हेक्टेयर बढ़ाया गया है और टेंट की संख्या 80,000 से बढ़ाकर 1,80,000 कर दी गई है। महाकुंभ 2025 को सुरक्षित और ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रशासन ने हरसंभ कदम उठाए हैं। आधुनिक तकनीक, विशेष कमांडो और विस्तृत सुरक्षा प्रबंधन के जरिए इस बार का महाकुंभ, श्रद्धालुओं के लिए एक यादगार और सुरक्षित अनुभव साबित होगा।