हरिद्वार : महाकुंभ में कोरोना जांच की आंच अब घोटाले बाजों तक पहुंच रही है। बीते दिन ही इस मामले में लाधिकारी स्वास्थ्य डॉ. एके सेंगर, नोडल अधिकारी मेला एनके त्यागी को निलंबित किया था। वहीं इस मामले को लेकर बड़ी खबर है। जी हां बता दें कि घोटाले के मामले आरोपियों के खिलाफ एसआईटी ने गैर जमानती वारंट कोर्ट से ले लिया है। आरोपी फरार हैं। आरोपियों की तलाश में एसआईटी की टीम दिल्ली और हरियाणा के लिए निकल चुकी है। कोर्ट ने तीनों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है।
आपको बता दें कि कोरोना टेस्ट फर्जीवाड़े की जांच कर रही एसआइटी टीम ने मुकदमे में फर्म मै. मैक्स कॉरपोरेट सर्विस 515, अंसल चैंबर-2 भीकाजी कामा प्लेस नई दिल्ली के मल्लिका पंत और शरत पंत के अलावा लैब नलवा लैबोरेट्रीज प्राइवेट लि. 83, रेड स्क्वायर मार्केट हिसार हरियाणा के डॉ. नवतेज नलवा को मुकदमे में नामजद किया था। लैब और फर्म संचालकों से बारी-बारी पूछताछ के बाद पुलिस ने डेलफिया लैब के संचालक आशीष वशिष्ठ को गिरफ्तार किया था। जिसके बयानों के आधार पर पंत दंपति को इस मामले में नामजद किया गया था। लेकिन कोर्ट से राहत न मिलने के बाद दंपति और नवतेज नलवा फरार थे। जिनकी तलाश में पहले भी दबिश दी गई थी।
आरोपियों की तलाश में एक टीम को दिल्ली और दूसरी टीम को हरियाणा भेजा गया
शनिवार को एसआईटी की ओर से विवेचनाधिकारी अमरजीत सिंह ने शरत पंत उनकी पत्नी मल्लिका पंत और डॉ. नवतेज नलवा के खिलाफ गैर जमानती वारंट कोर्ट से ले लिए हैं। आरोपियों की तलाश में एक टीम को दिल्ली और दूसरी टीम को हरियाणा भेजा गया है। इस मामले में पुलिस आरोपित फर्म और संचालकों को आमने-सामने बैठाकर कई बार पूछताछ कर चुकी है। एसआईटी ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम तैयार कर ली है और पूरी तैयारी करली है। एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने बताया कि सीजेएम कोर्ट से गैर जमानती वारंट हासिल कर लिए हैं। आरोपियों की तलाश की जा रही है।