हरिद्वार: कुंभ में हुए कोरोना जांच घोटाले को लेकर बड़ी खबर है। बता दें कि एक दर्जन के करीब प्राइवेट लैब ईडी यानी की प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईडी ने स्वास्थ्य विभाग से इन लैब की सारी रिपोर्ट यानी की जानकारी मांगी है। बड़े स्तर पर इस मामले की जांच शुरू हो सकती है।
प्रर्वतन निदेशालय ने शुरु की जांच
आपको बता दें कि हरिद्वार में महाकुंभ के दौरान कोरोना जांच के नाम पर बड़ा घोटाला होने की खबर आई थी। जांच में बड़े स्तर पर घोटाले की पुष्टि भी हुई। इस गड़बड़ी में शामिल कई लैब पर मनी लॉंडिंग का संदेह था। इसे देखते हुए प्रर्वतन निदेशालय ने जांच शुरू की थी। लेकिन अब कुछ अन्य लैब भी ईडी के निशाने पर आ गई हैं।
ईडी ने मांगी एक दर्जन के करीब प्राइवेट लैब की जानकारी
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि हरिद्वार महाकुंभ के इतर राज्य में काम करने वाली एक दर्जन के करीब प्राइवेट लैब की जानकारी ईडी ने मांगी है। इनमें में से कई लैब ने कुंभ में काम किया जबकि कई ने नहीं किया है। स्वास्थ्य विभाग को भी ईडी की जांच की भनक तब लगी जब इस संदर्भ में पत्र मिला। जिन लैब की जांच चल रही है उनमें राज्य की कुछ बड़ी निजी लैब शामिल है।
जांच में प्राइवेट लैब भी कोरोना जांच के फर्जीवाड़े में पकड़ी गई हैं। एक लैब का फर्जीवाड़ा तो खुद कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने ढ़ालवाला में पकड़ा और उन पर कार्रवाई की गई।इसी के साथ स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित नेगी ने भी प्राइवेट लैब की जांच के संदर्भ में ईडी के पत्र की पुष्टि की। हालांकि इस संदर्भ में ज्यादा जानकारी होने से इंकार किया।