अयोध्या नगरी सजकर तैयार है। कुछ ही घंटो में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। ऐसे में यदि आप भी अयोध्या जा रहे हैं तो Ram Mandirमें एंट्री लेने से पहले कुछ नियम जान लें। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने एंट्री के लिए कुछ नियम बनाए हैं, आइये जानते हैं इन नियमों को।
पास के बिना नहीं मिलेगी Ram Mandir में एंट्री
जानकारी के अनुसार केवल निमंत्रण पत्र से ही मंदिर में एंट्री नहीं मिलेगी बल्कि आपको पास भी लाना होगा। इस पास में बने क्यूआर कोड के मिलने के बाद ही Ram Mandir में आप जा सकते हैं। इसी के साथ मंदिर में आपको इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स अंदर ले जाने की अनुमति नहीं होगी। राम मंदिर में आप मोबाइल फोन, चाबी, ईयर फोन, रिमोट वाली चाबी जैसे सामान नहीं ले जा सकते। इसके अलावा पर्स या कोई बैग भी अंदर ले जाने की इजाजत नहीं होगी।
11 बजे से पहले Ram Mandir में करना होगा प्रवेश
सभी मेहमानों को 22 जनवरी की सुबह 11 बजे से पहले मंदिर में एंट्री करनी होगी। सुरक्षा के लिहाज से अगर कोई सुरक्षाकर्मी साथ आया है तो उसे भी बाहर ही रहना होगा। इसी के साथ मंदिर में भारतीय परंपरा के हिसाब से ही वस्त्र पहनने पर जोर दिया गया है।
गृह मंत्रालय ने जारी की साइबर विंग की चेतावनी
वहीं गृह मंत्रालय ने साइबर विंग की चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि स्कैमर्स आपका बैंक अकाउंट हैक कर सकते हैं। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लाइव स्ट्रीमिंग के नाम पर साइबर क्रिमिनल्स आपको मैसेज सेंड कर सकते हैं और उनके भेजे इस मैसेज में एक लिंक भी हो सकता है। इसे लेकर आपको कहा जाएगा कि इस पर क्लिक करके राम लला की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं। MHA के साइबर विंग ने एक अलर्ट जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि साइबर विंग को ऐसे कई फेक लिंक का पता चला है जिसमें साइबर क्रिमिनल्स लोगों को चूना लगाने के लिए उनके WhatsApp पर मैसेज भेज रहे हैं। जैसे ही आप इस मैसेज के लिंक पर क्लिक करेंगे तो आपका सेंसटिव मोबाइल डेटा चोरी हो सकता है या फिर बैंक अकाउंट ऐप या फिर वॉलेट ऐप हैक हो सकता है और आपका बैंक अकाउंट जीरो हो सकता है।
अगर इस तरह का कोई मैसेज आता है, तो उससे सावधान रहने की जरुरत है। आप ऐसे बिना किसी लिंक पर किल्क किए, उसे डिलीट कर सकते हैं। अगर कोई परिचित ऐसे भेज रहा है, तो उसे इस मैसेज की सच्चाई के बारे में बता सकते हैं। अगर किसी के पास ऐसे लिंक आते है या कोई फ्रॉड होता है तो वो साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करे और अपना मामला दर्ज कराए।