लखनऊ : उत्तर प्रदेश में खाकी पर दाग मिटने का नाम नहीं ले रहे हैं। खाकी को लेकर एक के बाद एक कर कई मामले सामने आ चुके हैं जिससे वर्दी शर्मसार हुई है। बता दें कि इस बार उत्तर प्रदेश में पीएसी में तैनात एक आइजी पर युवती को देर रात फोन कर परेशान करने का मामला सामने आया है। एक युवती के पिता का दर्द सोशल मीडिया पर झलका। क्योंकि शायद उन्हें लगा आईजी साहब हैं। अगर उनकी शिकायत की गई तो क्या आईजी पर कार्रवाई की जाएगी? बता दें कि इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर खाकी पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि जब अनुशासित विभाग के अधिकारी ही ऐसा काम करेंगे तो आम लोगों से क्या उम्मीद की जा सकती है।
पिता का झलका सोशल मीडिया पर दर्द
बता दें कि एक व्यक्ति ने ट्वीट कर कहा है कि आइपीएस अधिकारी मेरी बेटी को देर रात फोन करता है। आइजी के चरित्र पर सवाल उठाते हुए बर्खास्त किए जाने की मांग भी की है। इसे मुख्यमंत्री, डीजीपी, आइएएस एसोसिएशन व आइपीएस एसोसिएशन को भी टैग किया गया है। शुक्रवार रात तक यह मामला डीजीपी मुख्यालय तक भी पहुंच गया।
डीजीपी मुख्यालय तक पहुंचा मामला, लिया संज्ञान
इस मामले पर डीजीपी मुकुल गोयल का कहना है कि ट्वीट संज्ञान में आया है। पुलिस ट्वीट करने वाले व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। पहले उनसे बात की जाएगी। ट्वीट की प्रामाणिकता का भी पता लगाया जा रहा है। जो भी सत्य सामने आएगा, उसके अनुरूप कठोर कार्रवाई होगी। ट्वीट करने वाले व्यक्ति को गाजियाबाद का निवासी बताया जा रहा है। यूपी पुलिस के अधिकारियों पर आए दिन संगीन आरोप लगते रहे हैं। बीते दिनों ही उन्नाव में तैनात एक सीओ लेवल का पीपीएस अधिकारी कानपुर के एक होटल में महिला सिपाही के साथ मिला था।
इस घटना के बाद भी पुलिस विभाग की खूब किरकिरी हुई थी। हालांकि ऐसे मामलों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी सख्ती बरत रहे हैं और उन्होंने खाकी की छवि सुधारने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं, बाबजूद कुछ मनचले स्वभाव के अधिकारी सरकार की कसरत और उसकी साख पर बट्टा लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं।