विधायक अगर किसी काम के लिए विधायक निधि से धनराशि देने की घोषणा करता है तो समझ आता है लेकिन अगर वो विधायक ना हो और इस तरह के काम करे तो यकीनन ये समझ से परे है। मगर कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है काशीपुर में। जहां पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा शायद ये भूल बैठे है कि वो अब विधायक नहीं है या फिर यूं कहे कि वो अपने बेटे के पद का दुरुपयोग खुद विधायकी का स्वाद चख रहे हैं। आप सोच रहे होंगे कि हम ये कह क्या रहे है लेकिन ऐसा हुआ है। चलिए अब आपको पूरा माजरा समझाते हैं।
दरअसल काशीपुर के पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा पुलिस के एक कार्यक्रम में पहुंचे। वहां सीसीटीवी कैमरे लगवाने की बात चली। इस बीच हरभजन सिंह चीमा ने बताया कि उन्होंने विधायक रहते हुए पांच – पांच लाख रुपए की मदद विधायक निधि से की।
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इसी बीच चीमा आगे बोले और गलती कर गए। दरअसल हरभजन सिंह चीमा ने लगे हाथ विधायक निधि से फिर एक बार पांच लाख रुपए देने का ऐलान कर दिया। अब ये बयान उनके लिए परेशानी का सबब बन गया। दरअसल चीमा अब विधायक नहीं हैं और उनके बेटे त्रिलोक सिंह चीमा वहां से विधायक हैं। ऐसे में बतौर पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा कोई घोषणा कर ही नहीं सकते। जिस मंच से चीमा ने ये ऐलान किया उस मंच पर एसएसपी भी बैठे थे।
वहीं अब कांग्रेस अब इस मसले पर चुटकी ले रही है। कांग्रेस की माने तो चीमा इस तरह के बयान देकर मजाक का पात्र बन गए हैं।