कर्नाटक में पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा के पोते प्रजव्वल रेवन्ना की अश्लील वीडियो क्लिप्स वायरल हुई हैं। इसके बाद उनके निलंबन की मांग चल रही थी। अब जेडीएस ने उन्हें एसआईटी जांच पूरी होने तक के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है। जेडीएस की कोर कमेटी की बैठक में ये फैसला हुआ है।
जांच रिपोर्ट के आने तक रेवन्ना सस्पेंड
जेडीएस की कोर कमेटी की बैठक में शामिल सदस्य जीटी देवगौड़ा ने कहा कि राज्य सरकार ने इस मामले में एसआईटी का गठन किया है और हम इसका स्वागत करते हैं। उन्होनें मीडिया को दिए बयान में कहा, जांच होने तक हम इस मामले में कोई बयान नहीं देंगे और हम पूरा सहयोग करेंगे। सांसद प्रज्वल रेवन्ना को पार्टी से सस्पेंड करने के संबंध में पूर्व पीएम देवगौड़ा को सुझाव दिए गए थे और अब फैसला लिया गया है कि इस एसआईटी की जांच रिपोर्ट के आने तक रेवन्ना को सस्पेंड किया जाता है।
एसआईटी कर रही मामले की जांच
बता दें कि प्रज्वल रेवन्ना के एक या दो वीडियो नहीं बल्कि सैकड़ों वीडियो सामने आए हैं। रेवन्ना के घर में काम करने वाली मेड ने पहले शिकायत की। अब राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी मामले की जांच कर रही है। मेड ने अपनी शिकायत में कहा है कि सांसद प्रज्वल रेवन्ना अपने पास बुलाते थे और गंदी हरकतें करते थे। पीड़ित महिला ने सांसद पर उनकी बेटी के साथ अश्लील बातें करने का भी आरोप लगाया है। वहीं इस मामले में कांग्रेस सरकार भी एक्टिव हो गई है। सिद्धारमैया सरकार ने रेवन्ना के खिलाफ एसआईटी जांच के आदेश दे दिए हैं। सांसद के खिलाफ कांग्रेस पार्टी लगातार प्रदर्शन कर रही है।
कुमारस्वामी का बयान
वहीं इस मामले पर कर्नाटक के पूर्व सीएम और एचडी देवगौड़ा के बेटे कुमारस्वामी का भी सोमवार को बयान सामने आया था। कुमारस्वामी ने कहा, अगर कोई किसी भी गलत काम में शामिल है, तो कानून के अनुसार उसे सजा होगी। चुनाव के समय पुराने मुद्दे उठाए जा रहे हैं लेकिन चुनाव के रिजल्ट पर असर नहीं पड़ेगा। पूरे परिवार का नाम क्यों उछाला जा रहा है? इस मामले में कुमारस्वामी और देवगौड़ा का नाम सामने नहीं आना चाहिए।