उत्तराखंड में प्लेसमेंट्स एजेंसी को लेकर एक बड़े गोरखधंधे का खुलासा हुआ है। महिला कल्याण और बाल विकास विभाग में नौकरी दिलाने वाली आउटसोर्सिंग एजेंसी एक एनजीओ के जरिए पैसों की उगाही कर रही है।
दरअसल हाल ही में आम आदमी पार्टी के नेता कर्नल कोठियाल ने कहा कि उन्हें बाल विकास विभाग में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी मिली है। अजय कोठियाल बाकायदा नौकरी ज्वाइन करने के लिए अपना नियुक्ति पत्र लेकर सचिवालय पहुंचे। उन्हें ये नौकरी बाल विकास विभाग में ह्यूमन रिसोर्स का इंतजाम करने वाली एजेंसी ए स्क्वायर के जरिए मिली थी।
अजय कोठियाल ने आरोप लगाया कि उन्होंने इस नौकरी के लिए पच्चीस हजार रुपए की रिश्वत भी दी है।
अब इसी घटनाक्रम में एक नया खुलासा हुआ है। दरअसल अजय कोठियाल जिस रिश्वत देने की ऑनलाइन रसीद दिखा रहें हैं उसमें जिसे पेमेंट किया गया है वो एक स्वयं सेवी संस्था है। इस संस्था का नाम – श्रीमति निर्मला सिंह जी सेवा समिति है।
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इस पेमेंट की रसीद सामने आने के बाद बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर ए- स्कावयर और इस स्वयं सेवी संस्था का क्या कनेक्शन है। अगर अजय कोठियाल ने अपनी नौकरी के लिए इस स्वयं सेवी संस्था को पैसे दिए हैं तो क्यों दिए हैं।
माना जा रहा है कि एक बड़ा ‘खेल’ हो सकता है। अगर इस पूरे मसले की जांच कराई जाए तो बड़ा खुलासा हो सकता है। कहीं ऐसा तो नहीं कि चंदे के नाम पर रिश्वतखोरी का काला धंधा जारी है।
बड़ा सवाल जिम्मेदारों की चुप्पी को लेकर भी उठ रहा है। आखिर इस मसले पर जिम्मेदारी अधिकारी क्यों चुप्पी साधे बैठे हुए हैं? कहीं कुछ ऐसा तो नहीं जिसकी पर्देदारी की कोशिश हो रही है?